अपनी पुश्तैनी जायदाद में Dharmendra ने सगे बच्चों को नहीं दिया 1 भी रूपया, पहले ही लिख गए थे वसीयत
punjabkesari.in Thursday, Dec 04, 2025 - 03:01 PM (IST)
नारी डेस्कः देओल परिवार ने ही-मैन धर्मेंद्र जी की अस्थियां गंगा में विसर्जन कर दी। इसी के साथ अब बातें धर्मेंद्र जी की कमाई संपत्ति से जुड़ी भी आ रही है। कहा जा रहा है धर्मेंद्र जी की करोड़ों की कमाई ना तो सनी-बॉबी को मिली है और ना ही हेमा की बेटियों ईशा और अहाना देओल को दी गई है। धर्मेंद्र ने अपनी कमाई उन लोगों को दी जो सच में इसके हकदार हैं। सब जानते हैं कि धर्मेंद्र पंजाबी हैं और पंजाब के गांव और अपनी जड़ों को वो कभी नहीं भूल पाए।

धर्मेंद्र ने अपने बच्चों को नहीं दी पुश्तैनी संपत्ति, चाचा के बच्चों को सौंपी जायदाद
इसी को याद रखते हुए धर्मेंद्र ने अपनी पुश्तैनी संपत्ति अपने किसी भी बच्चे – सनी, बॉबी , अजीता, विजेता, ईशा या अहाना देओल को नहीं दी बल्कि उनकी पुश्तैनी जमीन जायदाद उन्होंने अपनी जीते जी ही अपने चाचा के बच्चों यानि अपने भतीजों और पोतों को दे दी थी। धर्मेंद्र का पुश्तैनी घर, पंजाब के लुधियाना जिले के डंगों गांव में है. बचपन के शुरुआती 3 साल उन्होंने यहीं बिताए थे। वह पुराना मिट्टी-ईंट का छोटा-सा घर आज करोड़ों रुपयों का हो चुका है। लगभग ढाई एकड़ में फैली यह जमीन अब करीब 5 करोड़ रुपए की बताई जा रही है। धर्मेंद्र ने 8-10 साल पहले ही अपनी वसीयत बना ली थी, जब उनकी तबीयत पूरी तरह ठीक थी।

उनके खुद के बच्चे पूरी तरह से मुंबई में ही सेटल और बिजी हैं। इसलिए चाचा के परिवार ने ही उस पुश्तैनी घर-जमीन की देखभाल की और उनकी पुरानी विरासत को संभाला। अब प्यार कहे या ईनाम उन्होंने वो संपत्ति चाचा बूटा सिंह देओल व उनके आगे बच्चों को ही सौंप दी। इस तरह धर्मेंद्र ने अपने पिता से जो संस्कार उन्हें मिले थे उसे निभा गए। बता दें कि बॉलीवुड के दिग्गज स्टार और ‘ही-मैन’ कहे जाने वाले धर्मेंद्र के जाने के बाद पूरा देओल परिवार शोक में डूबा हुआ है। बुधवार, 3 दिसंबर को उनकी अस्थियों को हरिद्वार की हर की पौड़ी पर गंगा में विसर्जित किया गया।

