बेशर्म रंग के गाने पर छिड़े विवाद पर भड़की लोक सभा सदस्य राम्या, बोली - 'ये सिर्फ दीपिका'
punjabkesari.in Saturday, Dec 17, 2022 - 04:54 PM (IST)
बॉलीवुड की फिल्मों को लेकर बॉयकाट ट्रेंड की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में अब जो भी फिल्म आ रही है रिलीज से पहले ही उन्हें जनता के द्वारा बॉयकाट करने की मांग उठ रही है। हाल ही में शाहरुख की फिल्म पठान का एक गाना रिलीज हुआ था जिसे लेकर भी विवाद छिड़ गया है। हिंदू संगठनों ने फिल्म के गाने बेशरम पर आपत्ति जताई है। हर किसी को दीपिका को एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के द्वारा पहनी गई भगवा रंग की बिकनी से प्रॉब्लम हो रही है। हिंदू महासभा, वीर शिवाजी ग्रूप, विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस। सभी ने गाने में दीपिका लुक पर सवाल उठाए हैं। हर किसी ने मांग की है गाने में बदलाव किए जाए नहीं तो फिल्म को रिलीज भी नहीं किया जाएगा। इसके बाद विवाद को देखते हुए पूर्व लोक सभा सदस्य राम्या ने दीपिका के समर्थन में एक ट्वीट किया है।
दीपिका के स्पोर्ट में उतरी लोक सभा सदस्य राम्या
राम्या ने सिर्फ दीपिका ही नहीं बल्कि महिलाओं के लिए लोगों के दिलों में आने वाली द्वेष भावना को एक कटघरे में खड़ा कर दिया है। राम्या ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि - 'सामंथा को उनके डायवोर्स के लिए ट्रोल किया गया, दीपिक को उनके कपड़ों के लिए, साई पल्लवी को उनके ओपिनियन के लिए, रश्मिका को उनके सेपरेशन के लिए। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि कई महिलाओं को उनके हर चॉइस के लिए। चुनने का अधिकार हमारा एक बेसिक राइट है। महिलाएं मां दुर्गा का रुप मानी जाती है। लेकिन इस बुरी भावना के खिलाफ हमें लड़ना ही होगा।'
Samantha trolled for her divorce, Sai Pallavi for her opinion,Rashmika for her separation, Deepika for her clothes and many, many other women for pretty much EVERYTHING. Freedom of choice is our basic right. Women are the embodiment of Maa Durga- misogyny is an evil we must fight
— Ramya/Divya Spandana (@divyaspandana) December 16, 2022
राम्या के इस स्टेटमेंट पर कई लोगों ने जताई सहमति
राम्या के इस स्टेटमेंट पर कई सारे लोगों ने अपनी सहमति जताई है, वहीं कुछ लोगों ने उन्हें इस पर ट्रोल कर दिया है। बहुत से लोगों ने राम्या के इस ट्वीट को पॉलिटिकल बताया है। एक्ट्रेस दीपिका के भगवा बिकनी विवाद पर कई सारे लोगों ने आपत्ति जताई है। बीते दिन ही कोलकाता फिल्म फेस्टिवल में पहुंचे शाहरुख खान ने मंच पर लोगों को सीधे तौर पर इस बात का जवाब भी दिया है।
शाहरुख पर भड़की वीएचपी लीडर
मॉर्डन जमाने और सोशल मीडिया पर बात करते हुए शाहरुख खाने ने कहा - 'आज के समय में सोशल मीडिया द्वारा एक क्लेक्टिव नरेटिव दिया जाता है। मैंने कहीं पढ़ा था, नेगेटिविटी सोशल मीडिया के इस्तेमाल को बढ़ाती है। इसके अलावा इसकी कमर्शियल वैल्यू भी इससे बढ़ती है। इस तरह की कहानियां सिर्फ हमें भटकाने और बांटने का काम करती हैं। सिनेमा इंसान के बर्ताव को दिखाता है जिससे मानव भाईचारा और सहानुभूति आती है।' शाहरुख खाने के इस बयान पर विश्व हिंदू परिषद ने नाराजगी दिखाई और कहा कि - 'शाहरुख खान एरोगेंट बर्ताव कर रहे हैं माफी मांगने की बजाय शाहरुख खान एरोगेंट हो रहे हैं। कोलकाता में खान ने कहा कि भारत का सोशल मीडिया संस्कारी मानसिकता वाला हो गया है। आगे लोकसभा सदस्य ने कहा कि यदि शाहरुख माफी नहीं मांगते हैं तो हम उनकी फिल्म भी नहीं रिलीज होने देंगे।'