रोजाना शॉवर लेने से क्या हो सकता है स्किन कैंसर? जानें विशेषज्ञों की राय
punjabkesari.in Friday, Sep 19, 2025 - 12:28 PM (IST)

नारी डेस्क : नहाना शरीर और मन दोनों के लिए तरोताजा करने वाला अनुभव होता है। सुबह का स्नान दिन की शुरुआत को फ्रेश बनाता है और शाम का स्नान पूरे दिन की थकान मिटा देता है। लेकिन त्वचा विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि रोजाना शॉवर लेना हमेशा आपकी त्वचा के लिए अच्छा नहीं होता।
रोजाना शॉवर लेने के खतरे
त्वचा विशेषज्ञों का कहना है कि रोजाना नहाने से, खासकर अगर आप गर्म पानी और कठोर साबुन का इस्तेमाल करते हैं, तो यह त्वचा की प्राकृतिक तेलीय परत (Natural Oil Layer) को खत्म कर सकता है। यह तेलीय परत हमारी त्वचा को नमी प्रदान करती है और बाहरी हानिकारक तत्वों से बचाती है। इसके कमजोर होने से त्वचा की प्राकृतिक सुरक्षा क्षमता घट जाती है। इसका असर त्वचा के माइक्रोबायोम (Skin Microbiome) पर भी पड़ता है, जो अच्छे बैक्टीरिया का समूह है और त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है।जब यह परत और माइक्रोबायोम कमजोर हो जाते हैं, तो त्वचा सेल डैमेज (Cellular Damage) के प्रति ज्यादा संवेदनशील हो जाती है। लंबे समय में यह स्थिति स्किन कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के खतरे को बढ़ा सकती है।
रोजाना शॉवर लेने से होने वाले नुकसान
त्वचा का सूखना : बार-बार नहाने से त्वचा की नमी छिन जाती है और वह रूखी और खुजलीदार हो सकती है।
संवेदनशीलता बढ़ना : प्राकृतिक तेल हटने से त्वचा धूप, प्रदूषण और धूल-मिट्टी के असर से जल्दी लाल या चिड़चिड़ी हो जाती है।
संक्रमण का खतरा : त्वचा की सुरक्षा क्षमता घटने पर बैक्टीरिया और फंगस जल्दी हमला कर सकते हैं।
एजिंग के लक्षण : लंबे समय तक त्वचा का सूखापन झुर्रियां और उम्र बढ़ने के लक्षण जल्दी ला सकता है।
कितनी बार नहाना सही है?
विशेषज्ञों का कहना है कि सामान्य परिस्थितियों में सप्ताह में 2 से 3 बार नहाना ही पर्याप्त होता है। रोजाना स्नान तभी करें जब आप ज्यादा पसीना बहाते हों, धूल-मिट्टी या प्रदूषित माहौल में काम करते हों। ऐसे मामलों में भी पूरे शरीर पर गर्म पानी डालने की बजाय सिर्फ पसीने वाले हिस्सों जैसे अंडरआर्म्स, जांघ और पैरों की अच्छी तरह सफाई करें। नहाते समय हमेशा गुनगुने पानी और माइल्ड साबुन का इस्तेमाल करें ताकि त्वचा की नमी और सुरक्षा परत बनी रहे।
कब जरूरी है रोजाना शॉवर लेना
रोजाना नहाना उन लोगों के लिए जरूरी है जो खिलाड़ी हैं या जिम जाते हैं, ताकि पसीने से बैक्टीरिया न पनपें और त्वचा संक्रमण का खतरा कम हो। जो लोग निर्माण स्थलों, फैक्ट्रियों या प्रदूषित माहौल में काम करते हैं, उन्हें भी रोजाना स्नान करना चाहिए ताकि शरीर पर जमी गंदगी और प्रदूषण हट सके। यदि आपको त्वचा संबंधी रोग या एलर्जी की समस्या है, तो रोजाना नहाने की आदत शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
रोजाना शॉवर और स्किन कैंसर का रिश्ता
बहुत ज्यादा नहाने से त्वचा की प्राकृतिक सुरक्षा परत बार-बार हट जाती है, जिससे वह बाहरी हानिकारक तत्वों के प्रति कमजोर हो जाती है। इसका नतीजा यह होता है कि त्वचा पर UV किरणों, प्रदूषण और बैक्टीरिया का असर बढ़ जाता है। समय के साथ यह लगातार होने वाला नुकसान त्वचा की कोशिकाओं (Cells) को डैमेज कर सकता है, जिससे स्किन कैंसर का खतरा बढ़ने की संभावना बन जाती है।
रोजाना नहाना हर किसी के लिए जरूरी नहीं है। ज़रूरत के हिसाब से ही नहाना बेहतर है। अगर रोजाना नहाना पड़ता है तो गर्म पानी की बजाय गुनगुना पानी इस्तेमाल करें और हल्के साबुन का ही प्रयोग करें। नहाने के बाद त्वचा पर मॉइस्चराइज़र लगाना न भूलें। इससे त्वचा की नमी और सुरक्षा दोनों बनी रहती हैं।