Pregnancy First Trimester: प्रैग्नेंसी के पहले 3 महीने मुझे ये सब हुआ! क्या ये नॉर्मल है?

punjabkesari.in Monday, Aug 29, 2022 - 01:13 PM (IST)

प्रैग्नेंसी कंसीव करना महिलाओं के लिए सबसे सुखद पल है और साथ ही में ज्यादा केयर करने वाला भी। इस नौ माह के लंबे समय में औरत के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं जिसे कई बार महिलाएं समझ ही नहीं पाती, खासकर पहली बार मां बनने वाली औरतें। ऐसा हर महिला के साथ होता है फिर वो कोई सेलिब्रिटी महिला हो या आम। पहले के तीन महीने तो सबसे ज्यादा ध्यान रखने वाले होते हैं। इस दौरान महिला को कुछ खास तरह के बदलाव दिखते हैं। चलिए आज के इस आर्टिकल में प्रेगनेंसी की पहली तिमाही यानी की पहले तीन महीने में महिलाएं क्या महसूस करती हैं और क्या ये संकेत नॉर्मल होते हैं, के इस बारे में बताते हैं। 

पहला सवालः मुझे बार-बार नींद लेने की इच्छा क्यों होती है?

प्रैगनेंसी की शुरुआत में आपको बहुत नींद आती हैं और आप बार बार झपकी लेना चाहती हैं तो इसका कारण प्रोजेस्टीरोन हार्मोंन का लेवल बढ़ना है। इस हार्मोंन आपको थकान देता है। रोजमर्रा के काम भी आपको पहाड़ चढ़ने जैसे मेहनत वाले लगते हैं। इसके चलते रात को आपकी नींद खराब हो सकती है जिस वजह से आपको दिन में ज्यादा थकान महसूस होगी। अच्छा तो यहीं है अगर आपको झपकी महसूस हो तो आप आराम करें।

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दूसरा सवालः मुझे रात में मिचली क्यों महसूस होती है?

बहुत महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस महसूस होती है लेकिन कुछ को दिन की बजाए रात को भी ऐसा होता है। रात को ऐसा हो तो परेशानी ज्यादा होती है क्योंकि आप सो नहीं पाती लेकिन ये भी नॉर्मल है। 16 सप्ताह से 20 सप्लाह के आसपास ये ठीक हो जाती है हालांकि कुछ को मिचली पूरी गर्भावस्था में आती-जाती रहती हैं या फिर तीसरी तिमाही में फिर से शुरू हो जाती है। 

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तीसरा सवालः मुझे बार-बार यूरिन पास करने क्यों जाना पड़ता है?

इस दौरान आपका पेट मूत्राशय पर प्रैशर डालता है जिससे बार-बार बाथरूम जाना पड़ता है। बार बार यूरिन पास अगर रात को आए तो नींद खराब होती है। इसलिए यदि आप शाम के समय लिक्विड चीजों का सेवन कम करें तो रात को शायद आराम से सो पाएं। इसकी बजाए दिन में लिक्विड डाइट ज्यादा लें क्योंकि भरपूर पानी पीना भी जरूरी है। साथ ही अपनी डाइट अच्छी रखें।

चौथा सवालः लेटने पर मैं आराम से सो क्यों नहीं पाती?

इस दौरान ब्रेस्ट में भी संवेदनशीलता बढ़ जाती है जिस वजह से आराम की नींद लेने में मुश्किल होती है। उन महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी होती है जो पेट के बल सोने की आदी होती है। पहली तिमाही में बाई तरफ करवट लेकर सोना सबसे बेस्ट माना जाता है। इससे शिशु तक रक्त और पोषक तत्वों के प्रवाह में सुधार आता है। ऐसा करने से किडनी से वेस्ट पदार्थ भी आसानी से बाहर निकल जाते हैं। 

पांचवा सवालः क्या प्रैगनेंसी में नींद पूरी ना होने पर मेरे गर्भस्थ शिशु पर असर होगा?

प्रैग्नेंसी में नींद पूरी ना होना काफी आम है। इससे आपके शिशु को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। बस अपने शरीर के संकेतों को पहचानें और जब जरूरत लगे आराम करें। इस बात को समझे कि पहले तीन महीने काफी थकान भरे रहते हैं इसलिए आराम करें। दूसरी तिमाही में पहुंचने पर आप एनर्जी महसूस करेंगे। अगर आप नौकरीपेशा है तो काम के घंटे थोड़ा कम कर सकते हैं पहले बच्चे हैं तो उनकी देखभाल परिवार के अन्य सदस्यों को दे सकते हैं ताकि आप आराम कर सकें।  

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तो ये थे पहली प्रैगनेंसी से जुड़े आम सवाल अगली स्टोरी में हम आपको दूसरी तिमाही से जुड़ी समस्याएं और समाधान बताएंगे। पैकेज अच्छा लगा तो इसे लाइक करना ना भूलें। 


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Content Writer

Vandana

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