Yeti Plane Crash: किस्मत ऐन मौके पर को-पायलट को दे गई धोखा, कैप्टन बनने से 10 सेकेंड पहले राख हो गया प्लेन

punjabkesari.in Monday, Jan 16, 2023 - 10:37 AM (IST)

अपने- अपने सफर पर निकले 68 लोगों को क्या मालूम था कि वह कभी लौटकर ही नहीं आएंगे। रविवार को  नेपाल एक बेहद डरावने हादसे का गवाह बना यहां एक यात्री विमान पोखरा हवाई अड्डे पर उतरते समय एक नदी घाटी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें सवार लगभग सभी यात्री शिकार हो गए।  विमान में पांच भारतीय नागरिकों समेत 72 लोग सवार थे। पांच भारतीयों की पहचान अभिषेक कुशवाहा, विशाल शर्मा, अनिल कुमार राजभर, सोनू जायसवाल और संजना जायसवाल के रूप में हुई है।

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को-पायलट के सपने रह गए अधूरे 

इस बीच इस हादसे का शिकार हुई को-पायलट अंजू खतिवडा की किस्मत ने भी उन्हें धोखा दे दिया। दरअसल अंजू खतिवडा की बतौर को-पायलट यह आखिरी उड़ान थी, क्योंकि लैंडिंग के बाद वह कैप्टन बनने वाली थी। विमान को सीनियर कैप्टन कमल केसी चला रहे थे, जबकि अंजू विमान में सह-पायलट थीं। पायलट बनने के लिए कम से कम 100 टों का फ्लाईंग अनुभव चाहिए।   को-पायलट अंजू ने इससे पहले भी नेपाल के लगभग सभी विमानस्थलों में सफलतापूर्वक लैंडिंग कराई थी, लेकिन सपनों की उड़ान भरने से पहले ही उनकी आंखे हमेशा- हमेशा के लिए बंद हो गई। 

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कैप्टन को था 35 साल का अनुभव

किस्मत देखिए अंजू के पति दीपक पोखरेल की भी सोलह साल पहले एयरलाइंस के विमान हादसे में ही मौत हुई थी।  मध्य नेपाल के रिसॉर्ट शहर पोखरा में सेती नदी के तट पर यति एअरलाइंस के 9एन-एएनसी एटीआर-72 विमान में चालक दल के चार सदस्य थे। कैप्टन कमल केसी के पास विमान उड़ाने का करीब 35 साल का अनुभव था। कैप्टन केसी इससे पहले कई पायलटों को ट्रेनिंग दे चुके थे। 

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सोनू गया था भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन करने 

दुर्घटना में मारे गए लोगों में से एक सोनू जायसवाल हाल में पुत्र प्राप्ति की मन्नत पूरी होने के बाद काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर में मत्था टेकने गया था। चक जैनब गांव के जायसवाल (35) की दो बेटियां हैं और उन्होंने भगवान पशुपतिनाथ से मन्नत मांगी थी कि अगर उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई तो वह मंदिर आएंगे। वह अपने तीन दोस्तों के साथ 10 जनवरी को नेपाल गए थे। उनका  एकमात्र मकसद भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन करना था, क्योंकि बेटा होने की उसकी इच्छा हाल में पूरी हुई थी, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। उसका बेटा अभी छह माह का है। " 

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चारों दोस्तों की मौत

 मृतकों में सोनू के तीन अन्य दोस्त अभिषेक कुशवाहा (25), विशाल शर्मा (22) और अनिल कुमार राजभर (27) भी शामिल हैं। चारों पशुपतिनाथ मंदिर के पास गौशाला में रुके थे और फिर पोखरा जाने से पहले थमेल में होटल ‘डिस्कवरी इन' में रुके थे। वे गोरखपुर के रास्ते पोखरा से भारत लौटने की योजना बना रहे थे, लेकिन किस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था।  इस हादसे में पांच भारतीयों सहित कम से कम 68 लोगों की मौत हो गई।


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Content Writer

vasudha

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