वास्तु के अनुसार चुनें किचन का रंग, जाग उठेगा सोया हुआ भाग्य
punjabkesari.in Thursday, Aug 29, 2024 - 06:52 PM (IST)
नारी डेस्क: वास्तु शास्त्र के अनुसार, किचन की दीवारों के रंग का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इसका सीधा प्रभाव घर के सदस्यों के स्वास्थ्य और समृद्धि पर पड़ता है। सही रंग न केवल घर में सकारात्मक ऊर्जा लाता है बल्कि स्वास्थ्य और मानसिक शांति को भी बढ़ावा देता है। अगर आप भी किचन में पेंट करवाने जा रहे हैं तो जान लीजिए किस रंग से मिलेगा क्या लाभ।
किचन के लिए सही रंग चुनने के वास्तु नियम
हल्का पीला
हल्का पीला रंग किचन के लिए सबसे शुभ माना जाता है। यह रंग सकारात्मकता और खुशी का प्रतीक है, जिससे घर में समृद्धि और आनंद बना रहता है।
ऑफ-व्हाइट या क्रीम
यह रंग शुद्धता और स्वच्छता का प्रतीक है। यह रंग किचन में साफ-सफाई बनाए रखने और सकारात्मक ऊर्जा के संचार में मदद करता है।
हल्का हरा
हल्का हरा रंग स्वास्थ्य और ताजगी का प्रतीक है। यह रंग किचन में शांति और संतुलन बनाए रखने में सहायक होता है और घर के सदस्यों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
हल्का नारंगी
हल्का नारंगी रंग भूख बढ़ाने में मदद करता है और घर के सदस्यों के बीच प्रेम और समझ को बढ़ावा देता है। यह रंग उत्साह और ऊर्जा का प्रतीक है।
गुलाबी
गुलाबी रंग प्रेम और सौहार्द का प्रतीक है। यह रंग किचन में सौम्यता और शांति का माहौल बनाए रखता है।
किन रंगों से बचना चाहिए
गहरा काला
यह रंग नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है और किचन में इसका उपयोग करने से घर में तनाव और कलह बढ़ सकता है।
गहरा लाल
गहरा लाल रंग क्रोध और आक्रामकता का प्रतीक है। किचन में इस रंग का प्रयोग करने से घर के सदस्यों में झगड़े और तनाव बढ़ सकता है।
भूरा
ये रंग उदासी और नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता हैं। इनसे किचन में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ सकता है।