बच्चा बार-बार अपने प्राइवेट पार्ट को छूता है? जानें एक्सपर्ट की  सलाह

punjabkesari.in Wednesday, Dec 17, 2025 - 12:36 PM (IST)

नारी डेस्क: अगर आपका बच्चा बार-बार अपने प्राइवेट पार्ट को छूता है या खींचता है, तो यह देखकर पेरेंट्स अक्सर असहज या शर्मिंदा महसूस करते हैं। बच्चों के इस तरह के व्यवहार पर माता-पिता को क्या करना चाहिए और इसे सही तरीके से कैसे हैंडल किया जा सकता है। बच्चा बार-बार प्राइवेट पार्ट को छूता है हाल ही में एक साल के बच्चे की मां ओपीडी में आई थीं। उनकी परेशानी यह थी कि उनका बच्चा बार-बार अपने प्राइवेट पार्ट को छूता रहता था। मां को यह देखकर शर्मिंदगी महसूस हो रही थी और वे समझ नहीं पा रही थीं कि इस स्थिति को कैसे संभालें।

यह एक सामान्य व्यवहार है

डॉक्टर ने स्पष्ट किया कि प्राइवेट पार्ट को छूना या बार-बार खींचना बच्चों में बिल्कुल सामान्य व्यवहार माना जाता है। यह व्यवहार टॉडलर उम्र से लेकर प्री-स्कूलर उम्र तक देखा जा सकता है। बच्चों में यह क्यूरियोसिटी का हिस्सा होता है और इसे किसी तरह की चिंता की बात नहीं समझना चाहिए।

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बच्चे अपनी बॉडी को एक्सप्लोर करते हैं

एक्सपर्ट के अनुसार, चार से छह महीने की उम्र के बच्चे अपनी बॉडी को एक्सप्लोर करना शुरू कर देते हैं। जैसे बच्चे बार-बार अपनी आंख, कान या नाक को छूते हैं, ठीक वैसे ही वे अपने प्राइवेट पार्ट को भी छूते हैं। यह उनकी नैचुरल क्यूरियोसिटी का हिस्सा है।

पेरेंट्स का ओवररिएक्शन नुकसानदायक हो सकता है

अक्सर पेरेंट्स इस स्थिति में शर्मिंदा होकर बच्चे को चिल्लाने या डांटने लगते हैं, जो कि ओवररिएक्शन है। इससे बच्चे के मन में सेक्सुअलिटी को लेकर गिल्ट या शर्म की भावना विकसित हो सकती है। इसलिए पेरेंट्स को शांत और समझदारी से व्यवहार करना चाहिए।

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बच्चे को धीरे-धीरे सही जानकारी दें

जब बच्चा दो से ढाई साल का हो जाए और धीरे-धीरे अपने शरीर को समझने लगे, तो पेरेंट्स को इसे एक अवसर के रूप में इस्तेमाल करना चाहिए। नहाते समय बच्चे को एनाटॉमिकली करेक्ट नाम सिखाएं। उदाहरण के लिए “बेटा, यह आपका पेनिस है” “यह वेजाइना है” धीरे-धीरे बच्चे को शरीर के अलग हिस्सों के बारे में सही जानकारी देना शुरू करें।

बच्चों का ध्यान डायवर्ट करें

यह व्यवहार ठीक है, लेकिन पब्लिक में इसकी अनुमति नहीं होनी चाहिए। अगर बच्चा सार्वजनिक जगह पर ऐसा कर रहा है, तो शांत तरीके से उसे डायपर या पैंट पहनाएं और उसकी ध्यान किसी अन्य एक्टिविटी की ओर लगाएं।

डॉक्टर से कब संपर्क करें

अधिकतर मामलों में यह आदत धीरे-धीरे खत्म हो जाती है, खासकर जब बच्चा स्कूल जाना शुरू करता है और देखता है कि दूसरे बच्चे ऐसा नहीं कर रहे। लेकिन, यदि निम्नलिखित स्थिति दिखाई दे प्राइवेट पार्ट में खुजली, लालिमा या कोई इंफेक्शन आदत समय के साथ बढ़ती जा रही हो तो ऐसी स्थिति में बिना देर किए पीडियाट्रिशियन से संपर्क करना जरूरी है।

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 माता-पिता को इस विषय में संयम रखना चाहिए, बच्चे की क्यूरियोसिटी को समझदारी से हैंडल करना चाहिए और केवल तभी डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए जब किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या दिखाई दे।  

 


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Content Editor

Priya Yadav

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