Health Alert: बिना चेतावनी के होता है कार्डियक अरेस्ट, इन लोगों को ज्यादा खतरा
punjabkesari.in Friday, Sep 09, 2022 - 12:46 PM (IST)
दुनिया में हृदय संबंधी मौतों के प्रमुख कारकों में से एक अचानक होने वाला कार्डिएक अरैस्ट है। इंडियन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, हृदय रोग बाकी क्षेत्रों के मुकाबले भारतीयों पर उम्र से पहले हमला करता है और कई बार तो बिना किसी चेतावनी के। इसके अलावा, सडन कार्डिएक अरेस्ट (एस.सी.ए.) के बारे में कहा जाता है कि यह सभी उम्र के लोगों को प्रभावित करता है, लेकिन युवा आबादी में असक्रिय जीवनशैली, डायबिटीज की बढ़ती समस्या, शराब के सेवन में बढ़ौतरी, धूम्रपान और हाइपरटेंशन की वजह से इसकी घटनाएं बढ़ती नजर आती हैं।
जानकारी क्यों जरूरी
सडन कार्डिएक अरेस्ट, सडन कार्डिएक डैथ (एस.सी.डी.) के आम कारणों में से एक है। एस.सी.डी. किसी व्यक्ति के अस्वस्थ महसूस करने के एक घंटे के भीतर मौत का कारण बन सकता है। जैसे, सोते समय या अचानक अस्वस्थ महसूस करने के बाद किसी की मौत हो जाती है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, अचानक कार्डिएक अरेस्ट के 1 प्रतिशत से भी कम मामलों में जान बच पाती है और यह युवा वयस्कों में अपेक्षाकृत अधिक सामान्य है।
क्या है सडन कार्डिएक अरेस्ट
कार्डिएक अरेस्ट आमतौर पर असामान्य हृदय गति के कारण होता है, जब दिल का इलैक्ट्रिकल सिस्टम सही तरीके से काम नहीं कर रहा होता। सामान्य शब्दों में, कार्डिएक अरेस्ट तब होता है जब हृदय धड़कना बंद कर देता है, इसकी वजह से शरीर के अंगों (खासकर मस्तिष्क) में रक्त का संचार नहीं होता और इससे मौत हो जाती है। जब कार्डिएक अरेस्ट बिना रोग की हिस्ट्री या पहले किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या के बिना ही होता है तो वह एक्यूट कारण होता है, जिसे सडन कार्डिएक अरैस्ट कहा जाता है। यदि शरीर में किसी प्रकार की गड़बड़ी होती है तो हमारा हृदय तेज गति से, बहुत धीमी गति से या फिर अनियमित रूप से धड़कने लगता है, जिसे अरिदमिया कहते हैं।
किन्हें है खतरा
जिन लोगों को पहले हृदय संबंधी कुछ समस्याएं रही हैं। शरीर में पोटैशियम, सोडियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे इलैक्ट्रोलाइट्स का अचानक असंतुलन भी एक कारण हो सकता है। जीवनशैली से जुड़े जोखिम के अन्य कारकों की वजह से भी कार्डिएक अरेस्ट हो सकता है। इनमें धूम्रपान, असक्रिय जीवनशैली, हाई ब्लड प्रैशर, हाई कोलेस्ट्रॉल, मोटापा, परिवार में दिल के रोगों की हिस्ट्री, पहले कभी हार्ट अटैक आया हो, उम्र (पुरुषों के लिये 45 या महिलाओं के 55 साल से अधिक), नशे की लत ।
उपचार
आप हाई क्वालिटी.सी.पी. आर. की कोशिश कर सकते हैं। सडन कार्डिएक अरेस्ट के बाद, गहन चिकित्सा कक्ष में रोगी की हृदय धमनियों का उपचार किया जाता है। फिर से इसके खतरे को कम करने के लिए रोगी को दवाएं और उपचार दिया जा सकता है जैसे पेसमेकर या इम्प्लांटेबल कार्डियोवर्टर डिफिब्रिलेटर (आई.सी.डी.) । फिटनेस और ताकत के स्तर को फिर से बहाल करने के लिए उन्हें कार्डिएक रिहैबिलिएशन की सलाह दी जाती है।