क्या फैटी लिवर के कारण प्रेग्नेंसी में आ सकती है परेशानी? पढ़ें पूरी जानकारी
punjabkesari.in Friday, May 30, 2025 - 03:11 PM (IST)

नारी डेस्क: फैटी लिवर एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर में अत्यधिक वसा जमा हो जाती है जो लिवर की कार्यप्रणाली को प्रभावित कर सकती है। यह समस्या महिलाओं में प्रेग्नेंसी के दौरान भी देखी जा सकती है। आइए जानते हैं कि प्रेग्नेंसी में फैटी लिवर से क्या खतरे हो सकते हैं और इससे बचने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।
क्या प्रेग्नेंसी में फैटी लिवर से कंसीव करने में समस्या होती है?
डॉक्टरों के अनुसार, फैटी लिवर होने के बावजूद महिलाएं गर्भधारण कर सकती हैं। हालांकि, प्रेग्नेंसी के दौरान नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर (NAFLD) के कारण कई जटिलताएं हो सकती हैं जैसे हाई ब्लड प्रेशर, प्री-एक्लेम्पसिया, और डिलीवरी के दौरान अधिक ब्लीडिंग। इसलिए, फैटी लिवर वाली महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है।
प्रेग्नेंसी में फैटी लिवर के प्रकार
एक्यूट फैटी लिवर ऑफ प्रेग्नेंसी (AFLP): यह एक दुर्लभ स्थिति है जो आमतौर पर तीसरी तिमाही में होती है। इसमें लिवर में वसा जमा हो जाती है, जो लिवर फेलियर का कारण बन सकती है। समय रहते इलाज न मिलने पर यह स्थिति गंभीर हो सकती है।
नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD): यह स्थिति शराब के सेवन से नहीं, बल्कि अस्वस्थ जीवनशैली, मोटापा, और टाइप 2 डायबिटीज जैसी समस्याओं के कारण होती है। यह प्रेग्नेंसी के दौरान भी विकसित हो सकती है और इससे जुड़ी जटिलताएं हो सकती हैं।
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प्रेग्नेंसी में फैटी लिवर के लक्षण
पेट में दर्द
थकान महसूस होना
सिरदर्द होना
भूख कम लगना
हाई ब्लड प्रेशर होना
यदि ये लक्षण गंभीर हो जाएं, तो जॉन्डिस और ब्लड क्लॉट जैसी स्थितियां भी उत्पन्न हो सकती हैं।
प्रेग्नेंसी में फैटी लिवर होने पर क्या करें?
नियमित प्रीनेटल केयर लें और लिवर फंक्शन की पूरी जानकारी रखें। लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव करें, जैसे वजन संतुलित रखें, एक्सरसाइज करें, और हेल्दी डाइट लें। डिलीवरी के बाद लिवर की स्थिति बिगड़ सकती है, ऐसे में लिवर सपोर्ट के लिए पहले से तैयार रहें।
प्रेग्नेंसी के दौरान फैटी लिवर एक गंभीर स्थिति हो सकती है, जो मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। इसलिए, यदि किसी महिला को फैटी लिवर की समस्या है, तो उसे प्रेग्नेंसी से पहले और दौरान डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और उचित देखभाल करनी चाहिए।