घर में Negativity लाता है कैक्टस का प्लांट, बनता है तनाव और कलह की वजह
punjabkesari.in Friday, Apr 28, 2023 - 05:18 PM (IST)
भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से ही वास्तु शास्त्र के नियमों को बहुत ज्यादा महत्व दिया गया है। वास्तु शास्त्र के नियमों के हिसाब से घर, दुकान आदि सभी का निर्माण कार्यों को शास्त्रोक्त विधि से ही करना चाहिए, इससे घर में पॉजिटिविटी रहती है। वास्तु शास्त्र के नियमों के हिसाब से हर चीज को सही दिक्षा में होना बहुत जरूरी है। लेकिन कई बार हम जाने-अनजाने में अपने घर में कुछ ऐसी चीजें रख लेते हैं जिसमें नेगेटिव एनर्जी होती है और इससे घर का सारा वातावरण खराब हो जाता है। तरक्की, रिश्ते, आय, स्वास्थय, मानसिकता आदि पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। तो आइए जानते हैं ऐसी चीजों के बारे में जो घर में नेगिटव एनर्जी लाती है...
कैक्टस
वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार कैक्टस के पौधे पर लगे नुकीले कांटे बुरी ऊर्जा का संचार करते हैं, जिसके चलते घर में रहने वाले लोगों के मन में चिंता एवं तनाव बना रहता है और बुरे-बुरे भाव भी मन में उत्पन्न होते हैं। इसी वजह से कैक्ट्स के पौधे को घर में नहीं रखने की सलाह दी जाती है।
टूटा हुआ कांच
टूटे हुए कांच का घर में होना अनहोनी को बुलाव देने के समान माना जाता है। ऐसी मान्यता है की कांच में नकारात्मक शक्तियों को कैद कर लेने की क्षमता होती है, परंतु जब कांच टूट जाता है तो शक्तियां आजाद हो जाती हैं, जो हमारे लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकती हैं।
हिंसात्मक तस्वीरें
वास्तु शास्त्रों के नियमों के अनुसार हमें अपने घर या कार्यलय आदि में महाभारत के युद्ध की तस्वीर, महिशासुर मर्दन का चित्र, रामायण युद्ध का चित्र आदि हिंसात्मक तस्वीरें नहीं लगानी चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से हमारे परिवेश में हिंसात्मक दृष्टिकोण मजबूत होता है तथा पारिवारिक जनों के बीच कलेश और झगड़ा उत्पन्न होता है।
खंडित विग्रह
हमें अपने घर या ऑफिस में खंडित चित्र नहीं रखने चाहिए और न ही इनकी पूजा करनी चाहिए। मान्यता है कि जब भगवान का विग्रह खंडित होता है, तह उन्हें नकारात्मक शक्तियां आकर निवास करने लगती हैं, जो कि किसी भी व्यक्ति के लिए अमंगलकारी सिद्ध हो सकती हैं।
ताजमहल
विश्व के सात अजूबों में से एक, भारत के गौरव, ताजमहल का चित्र या उसकी प्रतिकृति को घर में रखना भी अशुभ माना जाता है। बेशक ताजमहल सुंदर तो है परंतु वास्तव में है तो वह एक मकबरा ही जहां शाहजहां और उसकी बेगम मुमताज की कब्रें बनी हुई हैं। इसे घर में अशुद्धि लाने के साथ-साथ यह मृत्यु एवं निष्क्रियता का भी प्रतीक है।