स्तनपान करवाती हैं तो भूलकर भी ना खाएं ये 6 फूड्स, शिशु को हो सकता है नुकसान
punjabkesari.in Saturday, Apr 02, 2022 - 04:09 PM (IST)
जिस तरह प्रेगनेंसी में महिला को अपने खानपान का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है उसी तरह डिलीवरी के बाद भी मां को अपनी डाइट का ध्यान रखना चाहिए। दरअसल, मां को भोजन के जरिए मिले पोषक तत्व दूध के जरिए बच्चे तक पहुंचते हैं। ऐसे में ब्रेस्टफीडिंग करवाने महिलाएं क्या खा रहीं क्या नहीं उन्हें इस बात का ख्याल रखना चाहिए। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को क्या खाना चाहिए क्या नहीं...
स्तनपान करवाने वाली महिलाएं क्या खाएं?
- स्तनपान करवाने वाली महिलाएं अपनी डाइट में अंकुरित अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां, मौसमी फल, सुखे मेवे, भीगे हुए बादाम, आदि लें।
- डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे दूध, दही, कच्चा पनीर आदि अपनी डाइट में शामिल करें।
- दिन में एक गिलास ताजा जूस, नारियल पानी आदि लें लेकिन पैक्ड जूस ना लें क्योंकि इसमें चीनी व फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप अधिक मात्रा में होता है, जो शिशु के लिए हानिकारक है।
- दिनभर में कम से कम 10 गिलास पानी जरूर पीएं, ताकि बॉडी हाइड्रेट रहे।
ब्रेस्टफीडिंग करवाने महिलाएं ना खाएं ये चीजें
गेहूं
गेहूं में ग्लूटन नामक प्रोटीन होता है जो नवजात शिशुओं को नुकसान पहुंचाता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, स्तनपान करने वाले शिशु के स्टूल में ग्लूटन इनटॉलरेंस के कारण खून दिखता है। साथ ही इससे उन्हें पेट में दर्द और चिड़चिड़ापन की समस्या हो सकती है।
खट्टे फल
एक्सपर्ट्स के अनुसार, स्तपान करवाने वाली महिलाओं को खट्टी चीजें या फल नहीं खाने चाहिए। ये दूध में अम्ल करके एसिड बनाती हैं, जो शिशु में पेट दर्द, दस्त और चिड़चिड़ेपन का कारण बन सकता है।
लहसुन
लहसुन से भी परहेज रखें क्योंकि इसमें मौजूद एलिसिन की गंध बच्चों को नापसंद हो सकती है। ऐसे में शिशु दूध पीने में आनाकानी कर सकते हैं।
पत्तागोभी
पत्तागोभी शिशु में भी पाचन संबंधी दिक्कतें पैदा कर सकती हैं। इसके अलावा गर्भवती महिलाएं मूली, राजमा, दाल, चना, मूंगफली, छोले, आलू और कॉर्न से भी परहेज रखें।
कॉफी
कॉफी में कैफीन होता है, जो शिशु का पेट खराब कर सकता है। साथ ही चॉकलेट खाने से भी बचें। इससे उनमें चिड़चिड़ापन की समस्या हो सकती है।
मूंगफली
अगर परिवार में किसी को मूंगफली से एलर्जी है तो उसका सेवन ना करें। साथ ही इससे बनीं चीजों से भी परहेज रखें। इससे शिशु को भी एलर्जी हो सकती है।