बॉलीवुड का वह स्टार, जो कभी ऑस्कर नॉमिनेटेड फिल्म का हीरो था, आज चला रहा है ऑटो रिक्शा

punjabkesari.in Saturday, Jul 05, 2025 - 01:04 PM (IST)

नारी डेस्क: बॉलीवुड के एक पूर्व अभिनेता शफीक सैयद की कहानी बहुत खास और प्रेरणादायक है। 1988 में वे एक छोटी सी भूमिका में नजर आए थे, लेकिन उनकी एक्टिंग ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा था। उन्होंने मशहूर फिल्म ‘सलाम बॉम्बे!’ में ‘कृष्ण’ यानी ‘चायपाव’ का किरदार निभाया था। यह फिल्म ऑस्कर में भी नॉमिनेट हुई थी और शफीक को उनके अभिनय के लिए नेशनल अवॉर्ड भी मिला। उस वक्त उनकी हालत बहुत साधारण थी  उन्हें रोज़ाना सिर्फ 20 रुपये मिलते थे और खाने में एक वड़ा दिया जाता था।

छोटी उम्र में बड़ा मुकाम

लेकिन इसके बावजूद, बॉलीवुड में उनकी किस्मत ज़्यादा नहीं चमकी। ‘सलाम बॉम्बे!’ के बाद वे सिर्फ एक और फिल्म ‘पतंग’ में नजर आए। बड़े फिल्मी कनेक्शन न होने की वजह से उन्हें और मौके नहीं मिले। धीरे-धीरे वे फिल्मों से दूर होते गए। 90 के दशक की शुरुआत में शफीक सैयद अपने परिवार के साथ बैंगलुरु लौट आए। आज वे ऑटो रिक्शा चलाकर अपने मां, पत्नी और चार बच्चों का पालन-पोषण कर रहे हैं। टीवी इंडस्ट्री में भी उन्होंने कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली।

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अपनी कहानी खुद लिखी

शफीक ने अपनी जिंदगी की कहानी ‘आफ्टर सलाम बॉम्बे’ नामक किताब में लिखी है। इस किताब में उन्होंने अपनी संघर्षमय जिंदगी, स्टार बनने की कोशिश और फिर गुमनामी तक का सफर बयां किया है। उनका कहना है कि उनकी कहानी ‘सलाम बॉम्बे!’ से भी ज्यादा सच्ची है, जो फिल्म ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ जैसी किसी कहानी से कम नहीं।

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आज ऑटो रिक्शा चलाकर कर रहा गुज़ारा

शफीक सैयद की यह कहानी हमें यह सिखाती है कि कभी-कभी प्रतिभा और पुरस्कार भी किसी की जिंदगी बदलने के लिए काफी नहीं होते। उन्हें जो प्यार मिला, वो जल्दी ही भुला दिया गया। फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपने परिवार और सपनों के लिए लगातार मेहनत करते रहे।

यह कहानी दिल को छू जाती है और हमें यह याद दिलाती है कि संघर्ष और उम्मीद हमेशा बनी रहनी चाहिए।  


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Content Editor

Priya Yadav

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