बॉलीवुड की इस एक्ट्रेस का 8 साल की उम्र में हुआ था 'शोषण, पिता बनकर डांस टीचर ने किया हैरेस
punjabkesari.in Saturday, Apr 19, 2025 - 11:25 AM (IST)

नारी डेस्क: हाल ही में फिल्म और टीवी की मशहूर अभिनेत्री अंजलि आनंद ने एक बहुत ही चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि जब वह महज 8 साल की थीं, तब उनके डांस टीचर ने उनके साथ यौन शोषण करने की कोशिश की थी। उस समय वह छोटी थीं, इसलिए उन्हें इस बात का ठीक से पता नहीं चल पाया कि उनके साथ क्या हो रहा है। धीरे-धीरे, उन्हें इस दर्द का एहसास हुआ।
बच्चों के साथ यौन शोषण का मुद्दा
आपने अक्सर देखा होगा कि बच्चे भी इस तरह के शोषण का शिकार हो सकते हैं। यह समस्या बहुत ही गंभीर है। कई बार ऐसा होता है कि बच्चों को समझ नहीं आता कि उनके साथ गलत हो रहा है। बॉलीवुड की कई मशहूर हस्तियों ने भी अपने बचपन में हुए यौन शोषण के अनुभव साझा किए हैं, जैसे कि कल्कि कोचलीन। अब अभिनेत्री अंजलि आनंद ने भी अपने अनुभव को शब्दों में व्यक्त किया है।
अंजलि का डांस टीचर और उसके साथ हुआ हादसा
अंजलि ने बताया कि उनके डांस टीचर ने उनके साथ बदतमीजी की थी। वह उस समय सिर्फ 8 साल की थीं। उस शख्स ने उनके साथ बहुत ही गलत हरकतें करने की कोशिश की। यह सिलसिला करीब छह साल तक चला। उनकी जिंदगी में एक वक्त ऐसा भी आया जब उनका बॉयफ्रेंड उन्हें उस शख्स से बचाने आया।
पिता बनकर किया था गलत काम
अंजलि ने बताया कि जब वह सिर्फ 8 साल की थीं, उस समय उनके पिता गुजर गए थे। उनका डांस टीचर उनके लिए गलत नीयत रखता था। उसने उनसे कहा कि वह उनके पिता की तरह है और अपने होठों पर किस कर कहा कि पिता ऐसे ही करते हैं। यह सुनकर अंजलि को बहुत ही दुख हुआ और उस समय उन्हें समझ में आया कि उनके साथ क्या गलत हो रहा है।
बच्चों को कैसे सुरक्षित रखें?
रोजाना बात करें
बच्चों का यौन शोषण रोकने के लिए माता-पिता और परिवार वालों को कुछ खास कदम उठाने चाहिए। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, हर दिन अपने बच्चे से बात करना बहुत जरूरी है। उनसे पूछें कि उन्होंने दिनभर में क्या किया। इससे आप उनकी हर एक्टिविटी पर नजर रख सकते हैं और यदि कोई गलत बात हो रही है तो पकड़ सकते हैं।
बच्चों को शिक्षित करें
वॉशिंगटन स्टेट डिपार्टमेंट ऑफ चिल्ड्रेन, यूथ एंड फैमिली की वेबसाइट के अनुसार, बच्चों को उनके अधिकारों के बारे में बताना जरूरी है। उन्हें समझाएं कि उनके पास सुरक्षित रहने का अधिकार है और अगर कोई उनके साथ गलत करने की कोशिश करे तो वे आवाज उठा सकते हैं। इससे बच्चे खुद को सुरक्षित महसूस करेंगे और किसी भी गलत बात का सामना करने में हिम्मत दिखाएंगे।
सावधानी और जागरूकता जरूरी
यह जरूरी है कि माता-पिता अपने बच्चों के साथ खुलकर बात करें, उन्हें यह समझाएं कि वह अपने साथ हुई किसी भी अनहोनी को आपसे बता सकते हैं। बच्चों को सही जानकारी देना और उनकी सुरक्षा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
यह खबर हमें याद दिलाती है कि बच्चों की सुरक्षा बहुत जरूरी है। हमें चाहिए कि हम अपने बच्चों को जागरूक बनाएं और उनके साथ संवाद बनाए रखें। ताकि किसी भी तरह का खतरा आने से पहले ही पता चल जाए और हम उन्हें सुरक्षित रख सकें।
ध्यान दें: यह जानकारी सामान्य जागरूकता के लिए है। यदि आप या आपका कोई परिचित इस तरह की समस्या से गुजर रहा है, तो तुरंत विशेषज्ञों से संपर्क करें।