Child Health: कोरोना काल में आपके बच्चे के लिए बेस्ट डाइट प्लान
punjabkesari.in Tuesday, Oct 06, 2020 - 03:53 PM (IST)
दुनियाभर में कोरोना फैलने के चलते एक्सपर्ट्स द्वारा सभी को अपनी डाइट में पौष्टिक चीजों को शामिल करने की सलाह दी जा रही है। ताकि इम्यूनिटी स्ट्रांग हो बीमारियों से बचाव रहे। मगर बात हम बच्चों की करें तो वे जंक फूड खाने के शौकिन होते हैं। मगर ऐसा खाना सेहत को नुकसान पहुंचाने के साथ ग्रोथ में बांधा डालने का काम करता है। ऐसे में पेरेंट्स को बच्चों की डाइट का खास ध्यान रखने की जरूरत है। तो चलिए आज हम आपको बच्चों के सेहत बरकरार रखने के लिए डाइट प्लान बताते हैं...
विटामिन और प्रोटीन से भरपूर चीजें
बच्चे की अच्छी सेहत के लिए उन्हें रोजाना 2 गिलास दूध पीना जरूरी है। मगर कही आपका बच्चा इसे पीने से मना करता है तो ऐसे में आप इसे दही, अंडा आदि खिला सकते हैं। इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने के साथ बेहतर तरीके ग्रोथ से होने के साथ में मदद मिलती है।
आयरन, कैल्शियम भी जरूरी
एक्सपर्ट्स के अनुसार, बच्चों को फाइबर से भरी चीजों का सेवन अधिक व फैट से भरी चीजों को न कहना होगा। मगर फिर भी आपके बच्चा कोल्ड ड्रिंक पीने की जिद्द करता है तो उसे इसकी जगह पर फ्रेश फ्रूट्स जूस पीने को दें। शाम के समय में पिज्जा, बर्गर खाने की जगह उन्हें रोस्टेड नट्स, पनीर व ताजी सब्जियों से तैयार सैंडविच खिलाएं। इससे उनका पेट लंबे समय तक भरा रहने के साथ अच्छे से ग्रोथ होने में मदद मिलेगा। इसके साथ ही उन्हें जूस की जगह ज्यादा से ज्यादा फल खाने को दें। इससे उन्हें सही मात्रा में फाइबर मिलेगा। आप बच्चे को फ्रूट चाट बना कर भी दे सकते हैं।
जंक फूड को कहे ना
शरीर को बीमारियों से बचाए रखने के लिए जंक व फास्ट फूड से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। भारी मात्रा में इसका सेवन करने से शरीर में चर्बी बढ़ती है। ऐसे में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से हार्ट अटैक व दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा बढ़ता है। मैक्सिको में बच्चों में मोटापे की परेशानी बढ़ने से जंक व फास्ट के सेवन पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही बच्चों को चिप्स, कैंडी, सोडा, सिगरेट व शराब बेचने को अपराध माना जाने लगा है। असल में, वहां पर करीब 73 प्रतिशत बच्चे ओवरवेट माने गए, जिनमें से 34 प्रतिशत गंभीर रूप से मोटापे के शिकार हुए। मगर यह परेशानी आज दुनिया के हर देश पाई जा रही है। मोटापा बढ़ने का एक और कारण एक्सरसाइज न करना माना गया है।
गुड़ बैक्टीरिया खत्म करता फास्ट फूड
एक रिसर्च के अनुसार, ज्यादातर बच्चे हफ्ते में 3 से बार फास्ट फूड का सेवन करते हैं। हैरानी की बात यह है कि यह खाना सेहत के लिए कितना खराब है इस बात पता होने के बावजूद भी वे इसका सेवन करते हैं। ब्रिटेन में हुए एक अध्ययन में भी पाया गया कि भारी मात्रा में जंक व फास्ट फूड का सेवन करने से आंतों में मौजूद वे गुड़ बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं, जिनसे पाचन क्रिया को बेहतर तरीके से काम करने व वजन को कंट्रोल में रखने की शक्ति मिलती है।
बच्चों को हेल्दी फूड खाने को प्रेरित करें
अगर आपका बच्चा घर का बना भोजन खाने से मना करता है। उसे पौष्टिक चीजों के बारे में बताए। इसके अलावा उन्हें हरी सब्जियों व स्प्राउट्स से टिक्की बनाकर बर्गर या पिज्जा बना दें। यह उसे खाने में टेस्टी लगेगा साथ बीमारियों के लगने का खतरा भी कम करेंगे।
स्टीम फूड रहेगा बेस्ट
बच्चे के शारीरिक विकास के लिए उसे स्टीम फूड इटली, डोसा आदि खिलाना फायदेमंद होता है। अगर आप नॉन वेजीटेरियन है तो बेक चिकन सही रहेगा। पास्ते में भी चिकन के टुकड़े मिलाकर दे सकते हैं। इसमें आयरन, विटामिन, कैल्शियम सही मात्रा में मिलेंगे। अगर बच्चा स्प्राउट्स पसंद नहीं करता है तो उसे इसका सैंडविच और पराठा बना कर दें।
जंक फूड से रखें परहेज
एकस्पर्ट्स के अनुसार, सेहतमंद रहने के लिए जितना हो सके जंक व फास्ट फूड से दूरी बना कर रखनी चाहिए। इससे बच्चे की ग्रोथ रूकने के साथ बीमारियों की चपेट में आने का खतरा बढ़ता है। असल में, बढ़ती उम्र में शरीर को कैल्शियम, आयरन, व प्रोटीन की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। इसके उसे साधारण व संतुलित भोजन खिलाना चाहिए। ताकि बच्चे के मांसपेशियों व हड्डियों में मजबूती आने के साथ हार्मोन के बदलाव में पोषक तत्वों की कोई कमी न रहे। अच्छी सेहत के लिए सुबह गुनगुना पानी पीने के साथ दिनभर पर पोषक तत्वों से भरपूर चीजों का सेवन करें।
दिन में 5-6 बार खाएं
एक ही बार में पेट भर खाने की जगह दिन में 5-6 बार थोड़ा- थोड़ा खाएं। इसके लिए सूखे मेवे, चिया सीड्स, दलिया, दूध, दही, उबाले अंडे खाना फायदेमंद रहेगा। ब्रेकफ्रास्ट और लंच के बीच के गैप में ताजे फल और स्प्राउट्स, शाम के समय में जूस या स्मूदी का सेवन कर सकते हैं। डिनर करीब 8 बजे और दाल, चपाती, सब्जी, रोस्टेड चिकन का सेवन करें। साथ ही खाने को अच्छे से चबा- चबा कर ही करें। डिनर के बाद 15 मिनट सैर करें। सोने से पहले हल्दी वाले दूध का सेव करें। इससे पाचन तंत्र मजबूत होने के साथ डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की समस्या होने का खतरा कम होता है। साथ ही मानसिक तौर पर शांति मिलने के साथ वजन कंट्रोल में रहता है। इसके अलावा सुबह के समय खुली हवा में योगा व एक्सरसाइज करें।
सेहत के इन मंत्रों को जरूर अपनाएं
- जो बच्चे वेजिटेरियन हैं उन्हें ड्राई फ्रूट्स, अलसी व चिया के बीज खिलाएं।
- ताजे फल व सब्जियों को डाइट में शामिल करें। इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने के साथ वजन कंट्रोेल में रहता है।
- एक ही बार में भरपेट खाने की जगह दिन में 5-6 बार खाएं।
- दिल और किडनी को स्वस्थ रखने के लिए नमक का कम सेवन करें।
- दिमाग के बेहतर विकास के लिए ओमेगा थ्री फैट से भऱपूर चीजों को डाइट में शामिल करें।
- रोजाना योगा व एक्सरसाइज करें।
- सोने और जागने का समय तय करें।
- शरीर में प्रोटीन की कमी पूरी करने के लिए डायरी प्रॉडक्ट्स, ताजे फल, सब्जियां, ड्राई फ्रूट्स, चिकन व अंडा खाएं।
- वजन बढ़ने से रोकने के लिए नमक व चीनी का कम सेवन करें।
- कोल्ड ड्रिंक्स की जगह नारियल पानी, फ्रेश जूस को पीएं।