शरीर रहेगा एक्टिव और बीमारियां रहेंगी दूर, नियमित तौर से बच्चों को करवाएं ये 5 योगासन
punjabkesari.in Tuesday, Jun 21, 2022 - 03:44 PM (IST)
बड़ों के साथ-साथ योग बच्चों के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होता है। स्ट्रेस भरी जिंदगी से राहत पाने के लिए आप बच्चों को भी नियमित तौर पर योगाभ्यास की रुटीन सिखा सकते हैं। शुरुआत से ही आप बच्चों को हेल्दी रखने के लिए योगासन की आदत डालें। इससे उनके स्वास्थ्य को भी विकास होगा और उनका स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। आप बच्चों की रुटीन में यह योगासन शामिल कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
अधो मुख स्वानासन करवाएं
इस आसन को करने से मस्तिष्क का विकास होता है और श्वसन प्रणाली बेहतर रहती है। यह आसन शरीर के ऊपरे हिस्से को मजबूत करने के साथ-साथ शरीर की थकान भी दूर करने में मदद करता है। इस आसन को अंग्रेजी में डाउनवार्ड फेसिंग पोज भी कहते हैं।
कैसे करें अधोमुख स्वानासन?
. सबसे पहले जमीन पर पेट के बल सीधे लेट जाएं।
. फिर दोनों हथेलियों को सीने के पास लाकर ऊपर की ओर उठाएं।
. अपने कुल्हे को जमीन से उठाएं। फिर दोनों पैरों को ओर देखें।
. आप 5-10 मिनट के लिए इस आसन को दोहराएं।
. तय समय के बाद आप सामान्य अवस्था में आ जाएं।
धनुरासन करें
धनुरासन करने से सीने, कंधों, बाहों, पेट और जांघों की अच्छी से स्ट्रेचिंग होती है। इसके अलावा यह आसन पीठ व पैरों की मांसपेशियों को मजबूत बनाकर बॉडी पोश्चर सही रखने में मदद करता है। यह बच्चों की पाचनशक्ति भी बढ़ाता है। इसे बो पोज भी कहते हैं।
कैसे करें ?
. सबसे पहले पेट के बल सीधे लेट जाएं और अपने दोनों हाथों को सीधे रख लें।
. इसके बाद पैरों को घुटनों से मोड़कर लंबी सांस लें और सीने को ऊपर की ओर उठा लें।
. दोनों हाथों से अपने दोनों पैरों की एड़ियों को पकड़ लें।
. सांस छोड़ें और सामान्य स्थिति में आ जाएं।
भुजंगासन करवाएं
आप बच्चों को भुजंगासन भी अवश्य करवाएं। इसे स्नेक पॉज भी कहते हैं। इस आसन को करने से बच्चों के हाथों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं व बच्चों की रीढ़ और पीठ की हड्डी मजबूत होती है। यह आसन पाचन क्रिया को मजबूत बनाने के लिए इस आसन को कर सकते हैं।
कैसे करें?
. सबसे पहले पेट के बल सीधे लेट जाएं। फिर दोनों हथेलियों को अपने सीने के पास रखें।
. सांस लेकर सिर, कंधे और सीने की ऊपर की ओर उठाएं।
. इसके बाद सांस छोड़ते हुए अपने सिर को नीचे की ओर लाएं
. गर्दन को पीछे ले जाकर सांस लें और ऐसे ही प्रक्रिया को दोहराएं।
. 15-30 सैकेंड तक इसी अवस्था में रहें और फिर सामान्य अवस्था आ जाएं
त्रिकोणासन करें
शरीर को स्ट्रेचिंग करने के लिए त्रिकोणासन सबसे अच्छा माना जाता है। इससे हाथ, पैर, कूल्हे और रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है। इसके अलावा यह नर्वस सिस्टम को बेहतर बनात है ।
कैसे करे त्रिकोणासन?
. सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं।
. इसके बाद दोनों पैरों के बीच दूरी बनाते हुए सांस छोड़ें।
. दोनों हाथों को ऊपर उठाएं और बाई और झुकें।
. फिर बाएं पैर को छुएं और बाईं हथेली की ओर देखें।
. ऐसे ही दाई पैर को छुएं और दाई हथेली की ओर देखें।
. 15-20 सैकेंड के लिए आप इस आसन को कर सकते हैं।
ऑस्ट्रिच पोज
इस आसन को करने से बच्चों में एकाग्रता और ध्यान बढ़ता है। इसके अलावा बच्चों को अपने कार्यों में भी संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। ऑस्ट्रिच की तरह दौड़ने से बच्चों का तनाव दूर होता है। इस आसन में आप ऑस्ट्रिच की मुद्रा में होते हैं। इसलिए इसे ऑस्ट्रिच पोज कहते हैं।
कैसे करें?
. सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं। फिर दोनों पैरों के बीच में थोड़ा सा अंतर रखेंष
. कमर से आगे की ओर थोड़ा सा झुकें और फिर दोनों हाथओं को पीछे की ओर रखकर उंगलियां हिलाएं ।
. धीरे-धीरे पैरों की उंगलियों पर खड़े होने का प्रयास करें।
. इसी मुद्रा में चलने का प्रयास करें। 15-20 सैकेंड तक इस आसन को करें फिर सामान्य मुद्रा में वापिस आ जाएं।