लकड़ी का फर्नीचर बनवाने से पहले जान लें वास्तु के ये नियम, जीवन में हमेशा रहेगी खुशहाली
punjabkesari.in Friday, Jun 28, 2024 - 06:54 PM (IST)
अपने घर को सजाना किसे पसंद नहीं है, पर कई बार सजावट के चक्कर में हम ऐसी चीजें रखी देते हैं जो वास्तु के हिसाब से सही नहीं होती है। मंदिर और किचन के साथ घर के फर्नीचर का आकार, दिशा, धातु, रंग भी हमारी किस्मत का फैसला करते हैं। वास्तु अनुसार, गलत दिशा में लगा सोफा घर में नकारात्मक ऊर्जा फैलाने का काम करता है। चलिए जानते हैं परिवार के सदस्यों की तरक्की के लिए कौन से फर्नीचर का इस्तेमाल करना ज्यादा फायदेमंद होता है।
बांस से सजाएं घर
अपने घर को बांस से बने फर्नीचर जैसे कुर्सी- टेबल, अलमारी या सोफे का इस्तेमाल कर सकते हैं इससे आपका घर ट्रैडिशनल के साथ स्टाइलिश तो दिखेगा ही साथ ही बांस से घर की डैकोरेशन करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होगा।
इस दिशा में रखें लकड़ी का फर्नीचर
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में लगे लकड़ी के फर्नीचर को आग्नेय कोण यानि दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना बेहतर माना गया है। कहते हैं कि अगर इस दिशा में लकड़ी का फर्नीचर रखा जाए, तो घर के सदस्यों का विकास निरंतर होता रहता है। वहीं व्यापार में भी खूब तरक्की होती हे।
पुरानी लकड़ी ना करें इस्तेमाल
वास्तु शास्त्र में पुराने घर में काम ली हुई लकड़ी का इस्तेमाल करना सही नहीं माना जाता है। कहा जाता है कि पुरानी लकड़ी का इस्तेमाल करने से घर के मालिक पर संकट आ सकता है।
इन लकड़ी से ना बनवांए फर्नीचर
इसके अलावा पीपल, कदम्ब, नीम, बहेड़ा, आम, पाकड़, गूलर, सेहुड़, वट, रीठा, लिसोड़ा, कैथ, इमली, सहिजन, ताल, शिरीष, कोविदार, बबूल और सेमल पेड़ की लकड़ी का प्रयोग भी घर में अशुभ माना गया है।
अगर आपका घर पूर्व दिशा में बना हुआ हैं तो सोफा ड्राइंग रूम के नैऋत्य दक्षिण या पश्चिम दिशा में ही लगाएं। मान्यता है कि इससे मेहमानों के साथ रिश्ते में मजबूती आती है। इसके साथ ही इस दिशा में सोफा लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।