राजेंद्र नगर जैसी घटना से बचना है तो, बच्चे को कोचिंग सेंटर भेजने से पहले पेरेंट्स जरूर करें जांच-पड़ताल
punjabkesari.in Monday, Jul 29, 2024 - 11:46 AM (IST)
दिल्ली के कोचिंग सेंटर में जो 3 बच्चों के साथ वह किसी से साथ भी न हो। अपना भविष्य बनाने कोचिंग सेंटर में पहुंचे उन तीन छात्रों को क्या मालूम था कि उनकी जिंदगी बस इतनी ही थी। उन मां- बाप का क्या कसूर था जिन्होंने अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए अपनी जमा-पूंजी लगा दी पर उनके नसीब में आया सिर्फ दर्द। यह घटना उन लोगों के लिए सबक है जो सिर्फ कोचिंग सेंटर का नाम देखकर अपने बच्चों को वहां भेज देते हैं। अगर आप भी चाहते हैं कि आगे चलकर आपके बच्चे के साथ ऐसा कुछ ना हो तो आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों की जांच-पड़ताल करनी चाहिए ताकि बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा सुनिश्चित हो सके।
3 छात्रों की हुई दर्दनाक माैत
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में एक कोचिंग संस्थान के ‘बेसमेंट' में पानी भर जाने के कारण तीन विद्यार्थियों की दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना के बाद दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने नियमों का उल्लंघन करने वाले कोचिंग केंद्रों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। अब तक करीब 13 कोचिंग सेंटर सील कर दिए गए हैं। ये कोचिंग सेंटर नियमों का उल्लंघन कर बेसमेंट में संचालित हो रहे थे। ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में शनिवार को भारी बारिश के बाद एक कोचिंग सेंटर के ‘बेसमेंट' में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन विद्यार्थियों की मौत हो गई।
माता-पिता का सतर्क रहने की जरूरत
संस्थान के मालिक की ओर से सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने में घोर आपराधिक लापरवाही पाई गई है, क्योंकि ‘बेसमेंट' में स्थित पुस्तकालय अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था और इसमें केवल एक ही प्रवेश और निकास द्वार था जो बायोमेट्रिक आधारित था और पानी के कारण बंद हो गया था। यदि बाहर निकलने का रास्ता खुला होता तो छात्र बच सकते थे। बच्चों को कोचिंग सेंटर भेजने से पहले माता-पिता का सतर्क और जागरूक होना बच्चों की सुरक्षा और विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
कोचिंग सेंटर की जांच-पड़ताल
कोचिंग सेंटर की मान्यता और प्रतिष्ठा की जांच करें। इसके लिए आप वहां पढ़ चुके बच्चों और उनके माता-पिता से बात कर सकते हैं या ऑनलाइन रिव्यू देख सकते हैं। शिक्षकों की योग्यता और अनुभव की जानकारी प्राप्त करें। यह सुनिश्चित करें कि वे अपने विषय में विशेषज्ञ हों और बच्चों के साथ अच्छा व्यवहार करते हों।
सुरक्षा प्रबंधन
कोचिंग सेंटर में सुरक्षा प्रबंधन की जांच करें। इसमें सीसीटीवी कैमरा, फायर सेफ्टी, और सिक्योरिटी गार्ड्स शामिल होने चाहिए।अगर कोचिंग सेंटर द्वारा परिवहन सुविधा दी जाती है, तो यह सुनिश्चित करें कि ड्राइवर और वाहनों का वैरीफिकेशन हुआ हो। कोचिंग सेंटर की प्रशिक्षण सुविधाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर की जांच करें। यह सुनिश्चित करें कि वहां की पढ़ाई का माहौल और सुविधाएं बच्चों के लिए उपयुक्त हैं।
बच्चों की सुरक्षा के लिए सुझाव
- कोचिंग सेंटर का व्यक्तिगत रूप से दौरा करें और वहां की व्यवस्थाओं को देखें। बच्चों के साथ बातचीत कर उनके अनुभव जानें।
- कोचिंग सेंटर और शिक्षकों की संपर्क जानकारी रखें। आपात स्थिति में तुरंत संपर्क करने के लिए फोन नंबर और अन्य विवरण प्राप्त करें।
- बच्चों से नियमित रूप से संवाद करें और उनकी प्रगति के बारे में जानें। उनसे कोचिंग सेंटर के माहौल और शिक्षकों के व्यवहार के बारे में पूछें।
यह सुनिश्चित करें कि कोचिंग सेंटर सरकारी मान्यता प्राप्त हो और वहां सभी नियमों का पालन किया जाता हो। कोचिंग सेंटर के साथ अनुबंध में सभी शर्तें स्पष्ट रूप से लिखी हों। फीस संरचना और अन्य नियमों को समझें और आवश्यक कागजी कार्यवाही करें। कोचिंग सेंटर में स्वास्थ्य और स्वच्छता की व्यवस्था सही होनी चाहिए। बच्चों के लिए साफ-सुथरे और स्वस्थ वातावरण का होना जरूरी है।