गर्मी से बचने के लिए 108 दिन तक  फूल बंगला में विराजमान हुए ठाकुर बांके बिहारी,  घर बैठे करें दर्शन

punjabkesari.in Thursday, Apr 10, 2025 - 08:27 AM (IST)

नारी डेस्क:  ठाकुर बांके बिहारी जी अब फूल बंगले में विराजमान होकर अपने भक्तों को दर्शन देंगे। गर्मी की शुरुआत के साथ ही वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में परंपरागत फूल बंगला सजाने की परंपरा शुरू हो गई है। फूल बंगला” का अर्थ  है फूलों का बना हुआ महल या मंडप, जिसमें भगवान बांके बिहारी जी को विराजमान किया जाता है। यह ग्रीष्म ऋतु (गर्मी के मौसम) में प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला एक विशेष उत्सव है जिसमें पूरे मंदिर परिसर को केवल फूलों से सजाया जाता है  बिना किसी कृत्रिम सजावट या प्लास्टिक सामग्री के।

PunjabKesari
जब गर्मी में तापमान बढ़ता है, तो यह माना जाता है कि भगवान को भी ठंडक की आवश्यकता होती है, इसी कारण से मंदिर परिसर में देशी और विदेशी फूलों से सजाया गया भव्य फूल बंगला भक्तों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बन जाता है। गेंदा, गुलाब, रजनीगंधा, बेला, मोगरा, कमल आदि फूलों से पूरा मंदिर कक्ष सजाया जाता है। एक सुंदर फूलों का झूले में  ठाकुरजी को झुलाया जाता है। मीनारें, छत, स्तंभ, सिंहासन – सब कुछ केवल फूलों से सजाए जाते हैं।

PunjabKesari
मंदिर का मुख्य द्वार और आंतरिक मंडप सुगंधित और रंगबिरंगे फूलों से सजा होता है। बहुत से भक्त फूल अर्पित करने की सेवा भी लेते हैं। भक्त अपने प्रेम और भक्ति से ठाकुरजी को ऐसे सुसज्जित करते हैं जैसे एक दूल्हे को विवाह के समय सजाया जाता है। इस मंदिर में फूल सेवा और आरती सेवा अत्यंत पुण्यदायी मानी जाती हैं।  108 दिन तक भगवान बांके बिहारी मंदिर में फूल बंगले का कार्यक्रम चलता है। बताया जा रहा है कि  इस साल फूल बंगले सजवाने की बुकिंग पूरी हो चुकी है। जो भक्त रह गए हैं  उनका अगले साल  नंबर आएगा।

PunjabKesari
बताया जाता है कि  इस परंपरा की शुरुआत स्वामी हरिदास जी ने की थी, जो भगवान कृष्ण के महान भक्त माने जाते हैं। फूल बंगला उत्सव के दौरान ठाकुर बांके बिहारी जी गर्भगृह से बाहर आकर 'जगमोहन बरामदा' में विराजमान होते हैं। यही वह समय होता है जब भक्तों को ठाकुर जी के विशेष, अत्यंत निकट दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होता है.


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

vasudha

Related News

static