कोरोना काल के बीच विधि-विधान से खुले बद्रीनाथ धाम के कपाट, भक्त नहीं कर पाएंगे दर्शन

punjabkesari.in Tuesday, May 18, 2021 - 12:59 PM (IST)

हिंदू धर्म में चार धाम की यात्रा का विशेष महत्व है। वहीं बद्रीनाथ चार धाम में एक पावन स्थल है। आज 18 मई को बद्रीनाथ के कपाट खुल गए है। मंदिर को सादगी व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए खोला गया है। इस दौरान मंदिर में मुख्य पुजारी रावल, धर्माधिकारी भूवन चन्द्र उनियाल, राजगुरु समेत कुछ लोग ही शामिल हुए। कोरोना से बचाव करते हुए पहले पूरे मंदिर परिसर को सैनेटाइज भी किया गया था। साथ ही कोरोना महामारी के चलते अभी भक्तों को यात्रा की मनाही है। 

PunjabKesari

PunjabKesari

मंत्रोचार एवं शास्त्रोक्त विधि-विधान से खुले मंदिर के कपाट

मंदिर को मेष लग्न पुष्य नक्षत्र में प्रात: काल 4:15 मिनट पर मंत्रोचार एवं शास्त्रोक्त विधि-विधान से खोला गया है। बताया जा रहा है कि ग्रीष्म काल में निरंतर भगवान बद्री विशाल की पूजा-अर्चना की जाएगी। इस शुभ पर मंदिर व मंदिर तक पहुंचने वाले रास्ते को श्री बदरी-केदार पुष्प सेवा समिति द्वारा करीब 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। वहीं द्वार खोलने की प्रक्रिया सुबह 3 बजे से ही हो गई थी। फिर ठीक 4:15 मंदिर के कपाट खुलने पर कुछ लोगों ने अखंड ज्योति के दर्शन किए। 

PunjabKesari

सीएम रावत ने की आरोग्यता की कामना

श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की खुशी पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सभी श्रद्धालुजनों को बधाई देेते हुए ट्वीट किया है कि 'भगवान विष्णु के आठवें बैकुंठ बदरीनाथ धाम के कपाट आज ब्रह्म मुहुर्त में 4.15 मिनट पर विधि-विधान और धार्मिक अनुष्ठान के बाद कपाटोद्घाटन किया गया। जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता है। मैं भगवान बदरी विशाल से प्रदेशवासियों की आरोग्यता की कामना करता हूं।' 

 

भगवान विष्णु के आठवें बैकुंठ बदरीनाथ धाम के कपाट आज ब्रह्म मुहुर्त में 4.15 मिनट पर विधि-विधान और धार्मिक अनुष्ठान के बाद कपाटोद्घाटन किया गया। जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता है। मैं भगवान बदरी विशाल से प्रदेशवासियों की आरोग्यता की कामना करता हूं। pic.twitter.com/2TBts0WArR

— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) May 18, 2021

 

अखंड ज्योति और भगवान बद्रीनाथ के निर्वाण दर्शन 

मंदिर खुलते ही पहले अखंड ज्योति के दर्शन प्राप्त हुए। भगवान बद्रीनाथ के ऐसे दर्शन सिर्फ 2 दिन ही हो पाते हैं। साथ ही इसे देखने का सौभाग्य उन भक्तों को ही मिलता है जो मंदिर के द्वार खुलने व बंद होने पर इस तीर्थ स्थल की यात्रा करते हैं। 

PunjabKesari

आज के दिन भगवान के दर्शन का मुख्य महत्व 

माना जाता है कि आज के दिन भगवान जी पूजा व श्रृंगार नहीं होता है। बस अखंड ज्योति व बद्रीनाथ के निर्वाण के दर्शन किए जाते हैं। ऐसे में इस दिन का खास महत्व माना जाता है। साथ ही आज के शुभ दिन पर भोग के समय भी मंदिर बंद नहीं होगा। हांलाकि 6 महीने तक मंदिर दोपहर में भोग लगने के बाद करीब 3 घंटों के लिए बंद रहता है। 

PunjabKesari

कोरोना समाप्ति के बाद शुरू होगी चारधाम यात्रा

मंदिर के द्वार खुलते ही सभी ने भगवान बद्रीनाथ से दुनियाभर में फैले इस कोरोना संकट से छुटकारा पाने की प्रार्थना की। वहीं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने भी मंदिर खुलने पर अपनी खुशी बयान की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि, 'कोरोना की समाप्ति के बाद चारधाम यात्रा दोबारा शुरु की जाएगी।' ऐसे में भगवान नारायण भक्त उनके दर्शन कर पाएंगे। 

PunjabKesari

सोमवार को खुले थे केदारनाथ के कपाट

बता दें, इससे पहले बीते सोमवार को ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ धाम के कपाट पूरे विधि विधान व मंत्रोचारण के साथ मेष लग्न, पुनर्वसु नक्षत्र में प्रात 5 बजे खुले जा चुके है। इस शुभ अवसर पर मंदिर को करीब 11 क्विंटल फूलों से खूब सजाया गया था। 

PunjabKesari

PunjabKesari


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

neetu

Related News

static