कोलेस्ट्रॉल के इन 5 शुरुआती संकेतों को नजरअंदाज न करें! जानें लक्षण और बचाव
punjabkesari.in Monday, Oct 28, 2024 - 01:53 PM (IST)
नारी डेस्क: कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, लेकिन इसकी अत्यधिक मात्रा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। विशेषकर बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) के बढ़ने से हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है। इस लेख में हम बैड कोलेस्ट्रॉल के कुछ शुरुआती संकेतों के बारे में जानेंगे और इसे नियंत्रित करने के उपायों पर चर्चा करेंगे।
बैड कोलेस्ट्रॉल के शुरुआती संकेत
स्किन पर पीली परत जमना
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर त्वचा पर विशेष रूप से आंखों के आसपास पीले रंग की परत जमने लगती है। यह परत एक प्रकार का फैट है जो त्वचा के नीचे जमा होता है। इसे "जेंटिक्स" के नाम से भी जाना जाता है और यह बैड कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का स्पष्ट संकेत है। इस स्थिति को नजरअंदाज करना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। यदि आपको यह लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
ज्यादा थकान
अधिक थकान महसूस करना एक गंभीर संकेत हो सकता है। यदि आप पूरी नींद ले रहे हैं और फिर भी थकावट महसूस कर रहे हैं, तो यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल के उच्च स्तर का संकेत हो सकता है। जब आर्टरीज में कोलेस्ट्रॉल जमा होता है, तो यह रक्त प्रवाह को बाधित करता है। इस स्थिति में ऊर्जा का स्तर गिरता है, जिससे थकान बढ़ती है। इसे नजरअंदाज करना स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है।
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छाती में हल्का दर्द
सीने में हल्का दर्द महसूस होना बैड कोलेस्ट्रॉल का एक महत्वपूर्ण संकेत है। यह दर्द खासतौर पर शारीरिक गतिविधियों के दौरान बढ़ सकता है, जैसे भारी सामान उठाते समय या व्यायाम करते समय। इसे "अंगिन" भी कहा जाता है, और यह आर्टरीज़ में अवरोध के कारण होता है। नियमित रूप से इस दर्द का अनुभव करना गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। यदि आपको यह समस्या बार-बार होती है, तो तुरंत जांच करवाना आवश्यक है।
पैरों में दर्द
पैरों में दर्द का अनुभव भी कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का संकेत हो सकता है। जब कोलेस्ट्रॉल नसों में जमा होता है, तो यह ब्लॉकेज का कारण बनता है, जिससे पैरों में दर्द या सूजन हो सकती है। इस प्रकार का दर्द बिना किसी स्पष्ट कारण के भी हो सकता है। अगर आपको यह समस्या लगातार महसूस हो रही है, तो यह एक चेतावनी हो सकती है। उचित चिकित्सा सहायता से स्थिति का समाधान किया जा सकता है।
डायबिटीज
उच्च रक्त शर्करा वाले व्यक्तियों में बैड कोलेस्ट्रॉल की समस्या आमतौर पर देखी जाती है। डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल का बढ़ा हुआ स्तर आपस में जुड़े हुए हैं। दोनों स्थितियां मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करती हैं, जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ता है। यदि आपको डायबिटीज है, तो अपने कोलेस्ट्रॉल स्तर की नियमित जांच कराना महत्वपूर्ण है। इस संदर्भ में उचित आहार और व्यायाम से स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है।
बैड कोलेस्ट्रॉल के कारण
हमेशा बाहर का खाना खाने, जैसे फास्ट फूड और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ, में ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट की उच्च मात्रा होती है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाती है। इसके अलावा, मैदे और प्रोसेस्ड फूड्स का अधिक सेवन फाइबर में कमी लाता है, जिससे शरीर में वसा का स्तर बढ़ता है। शराब का अत्यधिक सेवन लिवर की कार्यक्षमता को प्रभावित करता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है। मानसिक तनाव भी हार्मोनल असंतुलन पैदा करता है, जो कोलेस्ट्रॉल को प्रभावित करता है। अंत में, शारीरिक गतिविधि की कमी एक निष्क्रिय जीवनशैली को जन्म देती है, जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाती है और हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालती है।
बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने के उपाय
रोज़ाना व्यायाम करें
नियमित शारीरिक गतिविधि, जैसे चलना, दौड़ना या योग, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। सप्ताह में कम से कम 150 मिनट की मध्यम व्यायाम करें, जो न केवल कोलेस्ट्रॉल को कम करती है, बल्कि हृदय स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाती है। वजन कम करने से कोलेस्ट्रॉल स्तर में सुधार संभव है, इसलिए नियमित व्यायाम के साथ संतुलित आहार लेना जरूरी है। मांसपेशियों की मजबूती के लिए वेट ट्रेनिंग भी एक प्रभावी विकल्प है। इसके अलावा, सक्रिय जीवनशैली अपनाएं, जैसे सीढ़ियों का उपयोग करना, जो आपके दैनिक व्यायाम को बढ़ाने में मदद करेगा।
स्वस्थ आहार खाएं
ताजे फल, सब्जियाँ, और साबुत अनाज को अपने आहार में शामिल करना बेहद फायदेमंद है। ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, जैसे मछली, अखरोट और बीज, आपके दिल के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट से बचें, जैसे तले हुए और प्रोसेस्ड फूड्स, जो कोलेस्ट्रॉल बढ़ा सकते हैं। हृदय के लिए फायदेमंद तेलों का उपयोग करें, जैसे जैतून का तेल, जो स्वास्थ्य के लिए बेहतर विकल्प हैं। फाइबर से भरपूर आहार लेने से भी कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है, इसलिए अपने भोजन में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना न भूलें।
वजन को नियंत्रित करें
स्वस्थ वजन बनाए रखना बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में अत्यंत महत्वपूर्ण है। अपने वजन की नियमित जांच करें और संतुलित आहार के साथ नियमित व्यायाम के जरिए अपने वजन को नियंत्रण में रखें। वजन कम करने से न केवल कोलेस्ट्रॉल में सुधार होता है, बल्कि यह आपके समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें हासिल करने की कोशिश करें। योग और ध्यान जैसे तनाव प्रबंधन तकनीकों का अभ्यास करें।
नियमित रूप से समय निकालकर अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें। तनाव को कम करने के लिए हंसने और सामाजिक मेलजोल का महत्व समझें।
सही नींद लेना भी तनाव प्रबंधन में मदद करता है। आर्ट थेरपी या म्यूजिक थेरपी का सहारा लें।
इन संकेतों और उपायों पर ध्यान देकर आप अपने कोलेस्ट्रॉल स्तर को स्वस्थ रख सकते हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी संकेत महसूस होता है, तो चिकित्सकीय सलाह लेना न भूलें। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें!