'घर पर सासू मां की लाश पड़ी थी और..', अर्चना पूरन सिंह ने बयां किया दर्द!
punjabkesari.in Monday, Jun 13, 2022 - 05:33 PM (IST)
एक्ट्रेस अर्चना पूरन सिंह अपनी हंसी के लिए काफी फेमस है। 'द कपिल शर्मा' के शो में अक्सर उनके ठहाकों की गूंज सुनाई देती है लेकिन कई बार ऐसा भी हुआ है जब उन्हें दुख में भी हंसना पड़ा। ऐसा ही किस्सा हाल में ही अर्चना ने खुद एक इवेंट में सुनाया।
अर्चना ने खुद सुनाया किस्सा
जैसे कि सब जानते है कि द कपिल शो अब कुछ दिन के लिए ब्रेक ले रहा है। तो ऐसे में अर्चना अब India's laughter Champion में दिखाई देंगी। इसी शो लॉन्च इवेंट में अर्चना ने एक किस्सा सुनाया जिसे सुन हर किसी की आंखे नम हो गई। दरअसल, शो में शेखर सुमन कहते है कि अर्चना पूरन सिंह का नाम गिनीज बुक में दर्ज होना चाहिए। वह लोगों को एक जगह हंसाती है। इस पर अर्चना ने एक किस्सा शेयर किया और कहा, 'हमें हमेशा हंसते रहना होता है। लेकिन कई बार हमारी हंसी में दर्द भी होता है। जो लोगों को दिखाई नहीं देता है। कई बार आपको न चाहते हुए भी हंसना पड़ता है। यही आर्टिस्ट का जीवन होता है। आज भी जब मैं वो पल याद करती हूं, तो मेरी आंखों से टप-टप आंसू बहने लगता है। बात कॉमेडी सर्कस की है, जब मैं उसकी शूटिंग कर रही थी। उस वक्त मेरी सास बहुत ज्यादा बीमार थीं। वह इलाज के लिए अंबानी हॉस्पिटल गई हुई थीं। लेकिन मुझे शूट पर जाना था। मैं शूट पर चली गई और शाम 6 बजे मुझे पता चला कि अब वह नहीं रहीं। मैंने शूटिंग वाले लोगों को बोला कि मुझे अभी फौरन जाना होगा। मेरी सास का निधन हो गया है। इस पर वो लोग बोले, मैम आप 15 मिनट में अपना रिएक्शन देने के बाद ही जा सकती हैं।'
आगे अर्चना ने बताया, 'उस समय मेरे सारे रिएक्शन हंसने वाले थे। इसमें मुझे पंच मारना था और कम-ज्यादा, जोर से, धीरे से, मतलब हर तरह से शो में हंसना था। ये सब करने में मुझे 15 मिनट लग गए। उस वक्त मैं जोर-जोर से हंस रही थी जबकि अंदर से मैं बहुत रो रही थी। वह मेरे लिए बहुत कठिन समय था।'
इंडस्ट्री में पहचान बनाने के लिए अर्चना ने किया कड़ा संघर्ष
कई फिल्मों व टीवी शोज में काम कर चुकी अर्चना पूरन सिंह का जन्म 1962 को देहरादून में हुआ। 18 साल की उम्र में अर्चना देहरादून से मुंबई ढेर सारे सपने संजोकर आई थीं लेकिन उन्हें कामयाब होने के लिए 8 साल का कड़ा संघर्ष करना पड़ा। अर्चना ने करियर की शुरुआत में कई ऐड फिल्में की लेकिन उन्हें सफलता मिली प्रोड्यूसर जलाल आगा के 'बैंड ऐड' के विज्ञापन से। इस एड के बाद उनके टैलेंट को नोटिस किया गया और उन्हें टीवी शो में रोल मिल गया। अर्चना ने रात के गुनाह' जैसी बी-ग्रेड फिल्म में भी काम किया है।
1987 में अर्चना नसीरुद्दीन शाह के अपोजिट फिल्म 'जलवा' में लीड रोल में नजर आईं। फिल्म सुपरहिट रही और अर्चना रातों-रात एक्ट्रेस बन गई हालांकि बतौर एक्ट्रेस उन्हें पहचान नहीं मिल पाई। उन्होंने बड़े बैनर्स की 'अग्निपथ', 'सौदागर', 'शोला और शबनम', 'आशिक आवारा' और 'राजा हिन्दुस्तानी' जैसी कई फिल्मों में छोटे-मोटे रोल किए। 2006 में उन्होंने 'झलक दिखला जा' को होस्ट किया। इसी साल वो सोनी पर आने वाले कॉमेडी शो 'कॉमेडी सर्कस' की जज बनीं। शो में अर्चना का अंदाज खासकर हंसने की तरीका लोगों को काफी पंसद आया।