केदारनाथ यात्रा पर अशुभ छाया ! हेलीकॉप्टर क्रैश और लैंडस्लाइड के बाद धाम में फिर हुआ बड़ा हादसा
punjabkesari.in Thursday, Jun 19, 2025 - 08:29 AM (IST)

नारी डेस्क: केदारनाथ तीर्थयात्रा पर एक अशुभ छाया पड़ गई है, क्योंकि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में इस सप्ताह दो त्रासदियां दर्ज की गई हैं - एक हवाई और एक स्थलीय - जिसमें खराब मौसम की भूमिका रही है। रविवार को जिले के गौरीकुंड क्षेत्र के पास एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने के दो दिन बाद, जिसमें 23 महीने के बच्चे सहित सात लोग मारे गए थे, रुद्रप्रयाग फिर से खबरों में है क्योंकि बुधवार को एक ट्रैकिंग रूट पर पहाड़ से बड़े-बड़े पत्थर गिरने से कम से कम दो लोगों की मौत हो गई, एक लापता हो गया और एक महिला सहित तीन अन्य घायल हो गए।
यात्रा ट्रैकिंग मार्ग पर हुआ हादसा
हाल ही में यह दुर्घटना तब हुई जब भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उत्तराखंड के कई हिस्सों के लिए भारी बारिश की चेतावनी देते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया। घटना के मद्देनजर, अधिकारियों ने तीर्थयात्रियों और निवासियों से सतर्क रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ और भूस्खलन के जोखिमों के प्रति सतर्क रहने का आग्रह किया है। बचाव अधिकारियों ने बताया कि बुधवार की घटना केदारनाथ यात्रा ट्रैकिंग मार्ग पर जंगलचट्टी घाट के पास सुबह करीब 11.20 बजे हुई, जब भूस्खलन के कारण रास्ते पर पत्थर गिरे, जिससे तीर्थयात्री, कुली और पालकी चालक घायल हो गए।
48 दिनों में 11 लाख से ज्यादा पहुंचे भक्त
हालांकि इन हादसों के बावजूद भी श्री केदारनाथ यात्रा के कपाट खुलने के बाद से 48 दिनों में बुधवार तक तीर्थयात्रियों की संख्या 11 लाख 40 हजार को पार कर गई है। केदारनाथ यात्रा के कपाट 2 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए थे। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, स्थानीय होटल, रेस्तरां, व्यापारी और घोड़े-खच्चर, हेली और डंडी-कंडी सेवाओं जैसे छोटे व्यवसायों ने सामूहिक रूप से कारोबार किया केदारनाथ यात्रा में करीब तीन अरब की आय हो रही है। स्थानीय व्यापारियों, महिला स्वयं सहायता समूहों, टैक्सी संचालकों और किसी भी तरह के व्यवसाय से जुड़े लोगों को तीर्थ यात्रा का पूरा लाभ मिल रहा है।

49,247 श्रद्धालुओं ने किया हेली सेवाओं का इस्तेमाल
18 जून तक 2,27,614 तीर्थयात्री घोड़े-खच्चरों के जरिए दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं, जिससे 66 करोड़ 73 लाख 90 हजार 350 रुपये की आय हुई है। इस वर्ष करीब 8,000 घोड़े-खच्चर पंजीकृत हैं। केदारनाथ यात्रा में हेली सेवाएं काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, क्योंकि इनके जरिए पैदल यात्रा न कर पाने वाले श्रद्धालुओं को यात्रा पूरी करने का अवसर मिलता है। 49,247 श्रद्धालु हेली सेवाओं के माध्यम से बाबा केदारनाथ धाम पहुंचे हैं, जिससे करीब 60 करोड़ रुपये की आय हुई है। हालांकि श्रद्धालुओं से हेली सेवाओं की बुकिंग केवल आईआरसीटीसी की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ही करने की अपील की जा रही है।