कथावाचक अनिरुद्धाचार्य बॉलीवुड पर बरसे कहा, अमिताभ बच्चन अपने बच्चों को चम्मच से दारू पिलाते होंगे
punjabkesari.in Monday, Aug 11, 2025 - 05:19 PM (IST)

नारी डेस्क: वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य एक बार फिर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। हाल ही में उन्होंने एक बातचीत में बॉलीवुड इंडस्ट्री पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने न केवल फिल्मों में दिखाए जाने वाले कंटेंट को भारतीय संस्कृति के खिलाफ बताया, बल्कि कई बड़े सितारों पर समाज को गुमराह करने के भी आरोप लगाए।
अमिताभ बच्चन पर गंभीर आरोप
अनिरुद्धाचार्य ने बातचीत के दौरान सदी के महानायक अमिताभ बच्चन पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने अपनी फिल्मों में शराब को ग्लोरिफाई करने वाले गाने गाए हैं। उन्होंने अमिताभ की फिल्म का एक गाना उदाहरण के रूप में पेश किया –
“जीना अगर जरूरी है तो पीना बहुत जरूरी है...” अनिरुद्धाचार्य बोले,
“अगर बच्चन साहब ये कह रहे हैं कि जीने के लिए पीना जरूरी है, तो दर्शकों को क्या संदेश मिलेगा? बच्चे क्या सीखेंगे? क्या वो अपने बच्चों को भी बचपन से चम्मच से दारू पिलाते होंगे?” उन्होंने कहा कि जब समाज के आइकॉन और रोल मॉडल इस तरह का कंटेंट दिखाते हैं, तो इसका असर पूरे समाज पर पड़ता है।
रणवीर सिंह की न्यूड फोटोशूट पर तीखी प्रतिक्रिया
अनिरुद्धाचार्य ने अभिनेता रणवीर सिंह का उदाहरण देते हुए कहा कि “एक बड़ा स्टार, जो इतना नाम और पैसा कमा चुका है, वो निर्वस्त्र होकर फोटोशूट करवाता है। क्या ये सभ्य समाज में स्वीकार्य है?” उन्होंने कहा कि यह सिर्फ महिलाओं का नहीं, पुरुषों का भी मामला है। हमारी संस्कृति में सभी के लिए मर्यादा और शालीनता का स्थान है।
फिल्मों को बताया भारतीय संस्कृति पर हमला
कथावाचक ने कहा कि आजकल की फिल्में और वेब सीरीज भारतीय परंपराओं और संस्कृति के खिलाफ जा रही हैं। उन्होंने बॉलीवुड की तुलना ब्रिटिश राज से करते हुए कहा कि ये भी एक तरह से भारतीय मानसिकता और मूल्यों को कमजोर करने का प्रयास है।
अश्लील फिल्मों और कंटेंट पर बैन की मांग
उन्होंने खुले तौर पर मांग की कि अश्लीलता और नग्नता परोसने वाली फिल्मों पर पूरी तरह बैन लगना चाहिए। उन्होंने कहा कि आजकल के गानों में महिलाओं को अर्धनग्न दिखाया जाता है, जो बच्चों और युवाओं पर गलत असर डालते हैं।
रामायण और श्रीकृष्ण जैसे शोज को बताया आदर्श
अनिरुद्धाचार्य ने कहा कि जब रामायण, श्रीकृष्ण, और द केरल स्टोरी जैसी फिल्में और शोज अच्छे संदेश दे सकते हैं, तो अश्लीलता परोसने की क्या जरूरत है? उन्होंने दर्शकों से अपील की कि वे ऐसे कंटेंट का बहिष्कार करें जो समाज और संस्कृति को तोड़ने का काम करते हैं।
अपने पुराने बयान पर दी सफाई
हाल ही में महिलाओं को लेकर दिए गए अपने बयान पर भी उन्होंने सफाई दी। उनका कहना है कि “मीडिया ने मेरे 6 मिनट के वीडियो में से सिर्फ 30 सेकंड की क्लिप वायरल की, जिससे मेरा आशय पूरी तरह से बदल गया।” उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य किसी महिला का अपमान नहीं, बल्कि समाज को जागरूक करना था।
अनिरुद्धाचार्य का यह बयान एक बार फिर फिल्मों और समाज के रिश्ते पर बहस को जन्म दे गया है। उनका मानना है कि बड़े सितारों की जिम्मेदारी बनती है कि वे अपनी लोकप्रियता का इस्तेमाल सकारात्मक बदलाव के लिए करें, न कि गलत आदर्श स्थापित करने के लिए।