नौकरी छोड़कर कूड़ा बीनने वाली महिला आज बन गई है करोड़ों की मालकिन, जानें उनका ये सफर
punjabkesari.in Friday, Sep 03, 2021 - 05:51 PM (IST)
महिलाएं अगर कुछ कर गुजरने की ठान ले तो ज़िन्दगी की हर नामुमकिन चीज भी मुमकिन हो जाती है, और सफलता उनके कदमों में होती है। आज हम एक ऐसी महिला के बारे में बात करने वाले हैं, जिसने अपनी नौकरी छोड़ कूड़ा बीनने को अपना प्रोफेशन बनाया और आज करोड़ों की मालकिन बन गई है। आईए जानते हैं इनके इस अनोखे सफर के बारे में-
बता दें कि जब इस महिला ने नौकरी छोड़कर कूड़ा बीनने का काम शुरू किया तब उनके रिश्तेदारों समेत कई लोगों ने महिला के इस निर्णय का काफी मजाक बनाया था, लेकिम आज उसके करोड़पति बनने के बाद वहीं लोग इस महिला से प्रेरित हो रहे है।
बता दें कि ये महिला कोई आम महिला नहीं है अमेरिका के टेक्सास शहर की रहने वाली है। महिला का नाम टिफनी है और वो अक्सर अपने काम के वीडियोज को इंस्टाग्राम पर शेयर करती हैं। बता दें कि टिफनी दूसरों के द्वारा फेंके गए कूड़े कचरे से अपना बिजनेस करती हैं।
कूड़े के बिजनेस से हर हफ्ते करीब 1000 डॉलर कमा लेती है टिफनी
रिपोर्ट्स के मुताबिक टिफनी ने इस बिजनेस की शुरूआत 32 साल की उम्र में की थी। उसके बाद उन्होंने अपनी नौकरी को छोड़ दिया और कूड़ा बीनने का काम शुरू किया। कुछ समय बाद टिफनी को इस क्षेत्र में काफी कमाई होने लगी और हर हफ्ते करीब 1000 डॉलर आराम से कमा लेती थीं।
टिफनी आज कूड़े का बिजनेस करके करोड़पति बन गई हैं
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, टिफनी आज कूड़े का बिजनेस करके करोड़पति बन गई हैं। इसके अलावा उनका एक कैंटीन का भी काम था, जिसे उन्होंने अब बंद कर दिया है। अब वो अपना पूरा फोकस कूड़े के बिजनेस पर करती है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो देख आया आइडिया
कूड़े के इस बिजनेस में टिफनी को उनके पति का भी साथ मिला। बता दें कि इस बिजनेस का आइडिया टिफनी को कुछ साल पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो देख आया था। इस वीडियो में कुछ लड़कियां कूड़ा बीन रही थी। वीडियो को देखने के बाद वे भी इस काम को करने लगीं। धीरे-धीरे उन्हें इस बिजनेस में टिफनी को मुनाफा होने लगा और बाद उन्होंने अपनी नौकरी को छोड़कर इस काम को अपना प्रोफेशन बना लिया।
आज टिफनी की उम्र करीब 38 साल की है और वह इस काम से काफी खुश हैं। रिपोर्ट के मुताबिक उनके पति का मानना है कि टिफनी के इस काम से पर्यावरण की भी देखभाल होती है जो काफी सराहनीय है।