अपनी मां पर नहीं गई राहा, आलिया ने बताया कि उनकी और बेटी की सोच कितनी है अलग
punjabkesari.in Thursday, Jun 20, 2024 - 03:52 PM (IST)
अभिनेत्री आलिया भट्ट का कहना है कि वह अपनी बेटी राहा को रोजाना तीन तो कभी चार किताबें पढ़कर सुनाती हैं। आलिया ने कहा कि उनका बचपन इससे बहुत अलग था जब उनके माता-पिता और बहन उनपर किताबें थोप दिया करते थे लेकिन इसका कुछ फायदा हुआ नहीं। अभिनेत्री ने अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए कहती है कि वह ‘‘बहुत ज्यादा पढ़ाकू' नहीं थी और अपना अधिकतर समय खिड़की से बाहर देखने और चीजों के बारे में सोचते-सोचते ही बिताया करती थीं।
आलिया ने चित्र पुस्तक 'द एडवेंचर्स ऑफ एड-ए-मम्मा: एड फाइंड्स ए होम' के साथ एक लेखक के रूप में अपने करियार की शुरूआत की है। यह पुस्तक उनकी 19 महीने की बेटी को समर्पित है। उन्होंने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में बताया कि- ‘‘मैं राहा को हर दिन, हर दोपहर, हर रात एक किताब पढ़कर सुनाती हूं। हम एक-दो नहीं बल्कि तीन किताबें पढ़ते हैं। उसे अपनी किताबें बहुत पसंद हैं... वह अपने साथ अपनी किताबें लेकर सोती, वह अपनी किताबों से बहुत प्यार करती है।''
आलिया मानती हैं कि यह उनके बचपन से बिल्कुल अलग है। अभिनेत्री ने कहा कि उनकी मां सोनी राजदान और बहन शाहीन भट्ट ने उन्हें किताबों की दुनिया से परिचित कराने की बहुत कोशिश की थी। उन्होंने कहा- ‘‘मैं बचपन में पढ़ाकू नहीं थी। असल में मेरी बहन बहुत पढ़ाकू थी और मुझे याद है कि मेरी मां और बहन दिन भर मेरे सामने किताबें रखकर कहतीं थी कि आलिया, पढ़ों-पढ़ों।'' ‘‘हाईवे'', ‘‘उड़ता पंजाब'' समेत कई अन्य फिल्मों में अपने दमदार अभिनय का लोहा मनवा चुकीं 31 वर्षीय आलिया ने बताया कि 2020 में उनके वस्त्र ब्रांड 'एड-ए- मम्मा' की शुरुआत से पहले ही उनके मन में चित्र पुस्तक लिखने का विचार आ चुका था।