Holi 2025: घर में किसी की मौत हो गई तो होली कैसे मनाएं, क्या हैं नियम?
punjabkesari.in Thursday, Mar 13, 2025 - 10:52 AM (IST)

नारी डेस्क: होली 2025 के त्योहार को लेकर एक सवाल अक्सर लोगों के मन में आता है, खासकर तब जब घर में किसी सदस्य की मृत्यु हो जाती है। ऐसे में लोग जानना चाहते हैं कि क्या इस स्थिति में होली मनाई जा सकती है और इसके लिए क्या नियम हैं। शास्त्रों के अनुसार, अगर घर में किसी की मौत हो जाए तो उस साल होली मनाना ठीक नहीं माना जाता है, लेकिन अगर मृत्यु होली से पहले हुई हो तो आप अगले साल से होली मना सकते हैं। इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि इस विशेष स्थिति में क्या करना चाहिए और किन नियमों का पालन करना जरूरी है।
घर में मृत्यु के बाद होली मनाने के नियम
शास्त्रों में कहा गया है कि जब किसी परिवार में किसी सदस्य की मृत्यु होती है, तो उस घर पर सूतक लग जाता है, और परिवार को 13 दिन तक खास नियमों का पालन करना पड़ता है। इस दौरान कोई भी मांगलिक कार्य या त्योहार मनाना निषेध होता है। खासकर, उस साल कोई भी खुशी का अवसर मनाना जैसे होली, संभव नहीं होता।
होली मनाने की स्थिति
अगर होली के दिन ही किसी परिवार में किसी सदस्य की मृत्यु हो जाए, तो उस वर्ष होली का त्योहार नहीं मनाया जाता है। हालांकि, अगले साल से आप होली का त्योहार मना सकते हैं। इसी तरह, अगर किसी अन्य तीज-त्योहार के दिन किसी की मृत्यु हो जाती है, तो उसे उस साल के लिए खोटा मान लिया जाता है। लेकिन होली को लेकर ऐसा कोई कड़ा नियम नहीं है। शास्त्रों के मुताबिक, होली के त्योहार को अगले साल से फिर से मनाया जा सकता है।
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होलिका दहन और मृत्युशोक का कनेक्शन
होलिका दहन का पर्व प्राचीन कथा से जुड़ा हुआ है, जिसमें होलिका नामक राक्षसी ने प्रह्लाद को मारने के लिए अग्नि में प्रवेश किया था, लेकिन भगवान ने प्रह्लाद की रक्षा की और होलिका जलकर भस्म हो गई। इसके बाद से यह मान्यता बन गई कि होलिका दहन से घर की अशुद्धियां जलकर खत्म हो जाती हैं। इसलिए, अगर किसी साल होलिका दहन हो चुका है, तो उस साल में घर की शुद्धि हो जाती है और आप शुभ कार्य कर सकते हैं।
क्या करें अगर होली के दिन किसी की मृत्यु हो जाए?
अगर होली के दिन किसी परिवार के सदस्य का निधन हो जाए, तो उस साल होली का त्योहार मनाना ठीक नहीं माना जाता है। क्योंकि इस दिन सूतक के नियम लागू होते हैं। लेकिन अगर मृत्यु होलिका दहन से पहले हुई हो, तो उस साल होली मनाई जा सकती है, क्योंकि होलिका दहन के बाद सारी अशुद्धियां खत्म हो जाती हैं।
अगले साल से होली मनाना
अगर किसी साल होली के दिन मृत्यु हो, तो अगले साल से होली का त्योहार मनाया जा सकता है। होलिका दहन के बाद घर की शुद्धि हो जाती है, और हिंदू नववर्ष के साथ ही शुभ और मांगलिक कार्यों की शुरुआत होती है।
यदि घर में किसी सदस्य की मृत्यु होली के दिन होती है, तो उस साल होली का त्योहार नहीं मनाना चाहिए। लेकिन अगर मृत्यु होली से कुछ दिन पहले हुई हो, तो आप होली मना सकते हैं। होलिका दहन से घर की शुद्धि होती है, जिससे किसी भी प्रकार की अशुद्धियां समाप्त हो जाती हैं और फिर से शुभ कार्य शुरू किए जा सकते हैं।