"मुझे इतना पीटा कि डंडा ही टूट गया..." इराक से बच- बचाकर पंजाब लौटी  लड़की ने सुनाई  रोंगटे खड़े करने वाली कहानी

punjabkesari.in Wednesday, Oct 29, 2025 - 06:51 PM (IST)

नारी डेस्क:  पंजाब की एक महिला ने इराक में अपने साथ हुए कथित उत्पीड़न के बारे में बताते हुए कहा कि एक ट्रैवल एजेंट ने उसे सिलाई का काम दिलाने का वादा कर घरेलू सहायिका के रूप में काम करने के लिए मजबूर किया था। मोगा जिले की रहने वाली 29 वर्षीय महिला ने कहा- ‘‘एक दिन, उन्होंने मुझे इतना पीटा कि डंडा ही टूट गया।'' इस महिला ने राज्यसभा सदस्य बलबीर सिंह सीचेवाल से मदद की गुहार लगाई थी और पिछले महीने वह भारत लौट पाई। 


25 पंजाबी महिलाएं फसी हुई है इराक में

महिला ने दावा किया कि लगभग 20 से 25 पंजाबी महिलाएं अब भी इराक में फंसी हुई हैं। महिला ने दावा किया कि जगरांव के एक ट्रैवल एजेंट ने उसे धोखा दिया, जिसने विदेश में सिलाई की नौकरी दिलाने का वादा किया था। उन्होंने कहा, ‘‘ट्रैवल एजेंट ने उसे सिलाई की नौकरी, साप्ताहिक छुट्टियां और परिवार से संपर्क करने के लिए मोबाइल फोन इस्तेमाल करने की अनुमति देने का वादा किया था, लेकिन सच्चाई इसके बिल्कुल उलट थी।'' अपनी आपबीती सुनाते हुए महिला ने कहा कि वह आठ जनवरी, 2024 को इराक के लिए रवाना हुई थी। इराक पहुंचने के बाद उसे घरेलू नौकर के रूप में काम करने के लिए ‘‘मजबूर'' किया गया। महिला ने दावा किया कि नियोक्ता ने उस पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन जब उसने इसका विरोध किया और सबूत के तौर पर एक वीडियो रिकॉर्ड किया, तो ट्रैवल एजेंट और उसकी पत्नी के ‘‘इशारे'' पर उसे बेरहमी से पीटा गया। 


‘‘अच्छी नौकरी'' का झूठा वादा देकर लड़कियों से होता है धोखा

महिला ने कहा- ‘‘एक दिन, उन्होंने मुझे तब तक पीटा जब तक डंडा नहीं टूट गया।'' उन्होंने कहा कि लगातार दुर्व्यवहार और हिंसा ने उसके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाला, जिससे वह महीनों तक गहरे अवसाद में रही। उन्होंने कहा कि आखिरकार, 10 अगस्त 2025 को उसने सोशल मीडिया के जरिए जाने-माने पर्यावरणविद् सीचेवाल से मदद की गुहार लगाई। महिला ने कहा कि उन्होंने मामले में हस्तक्षेप किया और इसके बाद वह 28 सितंबर को सुरक्षित पंजाब लौट आईं। महिला ने कहा कि लौटने के बाद भी, वह ‘‘पूरे एक महीने तक सदमे में रहीं''। उन्होंने कहा कि वह इराक में बिताए भयावह दिनों को कभी नहीं भूल सकतीं। उन्होंने दावा किया कि ट्रैवल एजेंट ने ग्रामीण क्षेत्रों में धोखाधड़ी का जाल बिछा दिया है, तथा गरीब लड़कियों को ‘‘अच्छी नौकरी'' का झूठा वादा करके विदेश भेज दिया है। 


विदेश में फंसी लड़कियों के लिए उठाई आवाज

महिला मंगलवार को सुल्तानपुर लोधी आई और उसे सुरक्षित वापस लाने में मदद के लिए सीचेवाल का धन्यवाद किया। सीचेवाल ने महिला को साहस का प्रतीक बताया, जिसने अपने अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी। उन्होंने अन्य फंसी हुई लड़कियों से भी साहस जुटाने और अपनी आवाज उठाने का आग्रह किया। उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह के मानव तस्करी नेटवर्क ग्रामीण क्षेत्रों में खतरनाक रूप से फैल गए हैं, जिससे गरीब लड़कियों को विदेश में नरक में धकेला जा रहा है। राज्यसभा सदस्य ने सरकार से विदेशों में नौकरी की आड़ में चल रहे ऐसे रैकेट के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि अब तक लौटी प्रत्येक लड़की ने पुष्टि की है कि कई अन्य लड़कियां अभी भी वहां फंसी हुई हैं, जो इस बात का स्पष्ट संकेत है कि यह रैकेट कितना व्यापक और संगठित हो गया है। 


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Content Writer

vasudha

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