शर्मनाक: 6 बच्चे होने बावजूद बेसहारा हुई मां, पड़ोसी ने दिया सहारा
punjabkesari.in Saturday, Aug 22, 2020 - 09:35 PM (IST)
सभी रिश्तों से ऊपर होता है मां और उसके बच्चे का रिश्ता। मां नौ महीनों तक दर्द सहकर बच्चे को जन्म देती है। लेकिन हरियाणा के फरीदाबाद से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने इस रिश्ते को शर्मसार कर दिया है। पांच बेटे और एक बेटी होने के बाद भी 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला बेसहारों की तरह जिंदगी काट रही है। जिसके बाद पड़ोसी उस बुजुर्ग महिला का सहारा बने।
बच्चों का पेट पालने के लिए की मेहनत मजदूरी
वीरमा नाम की बुजुर्ग महिला ने बताया कि उसके पांच बेटे और दो बेटियां थी। जिसमें से एक बेटी की मौत हो चुकी है। महिला ने आगे बताया कि उसने अपने बच्चों का पेट पालने के लिए मेहनत मजदूरी की। यहां तक कि पंचकूला में पूर्व क्रिकेटर कपिल देव के भाई से थोड़ी जमीन लेकर होटल चलाया। जिसके बाद वह अपने बच्चों के साथ फरीदाबाद आ गई। लेकिन यहां उसके बच्चे उसे अकेला छोड़ कर चले गए।
पड़ोसी बने सहारा
बुजुर्ग महिला ने आगे बताया कि उसके पड़ोस में रहने वाली दो महिलाएं उसका सहारा बनी। वे उसकी काफी देखभाल करती है जिससे वह बेहद खुश है। वहीं उनकी पड़ोस में रहने वाली महिला का कहना है कि वह बुजुर्ग महिला की 1 साल से देखभाल कर रही है। जब महिला आयोग की एक सदस्य रेनू भाटिया को इस बेसहारा बुजुर्ग महिला की खबर मिली तो उन्होंने उन्हें वृद्ध आश्रम चलने के लिए कहा।
वृद्ध आश्रम जाने से किया इंकार
बुजुर्ग महिला ने अपने पड़ोसियों पर विश्वास जताया और वृद्ध आश्रम जाने से मना कर दिया। रेनू भाटिया का कहना है कि सूचना मिलने पर जब यहां आकर बुजुर्ग महिला को रेड क्राॅस की मदद से वृद्ध आश्रम भिजवाने का प्रयास किया तो उन्होंने जाने से मना कर दिया। बुजुर्ग महिला ने कहा कि वह अपने पड़ोसियों द्वारा की जा रही उसकी सेवा से खुश है और उनके साथ ही रहना चाहती है।