बच्चे को मानसिक रूप से मजबूत बनाएगी ये 4 आदतें
punjabkesari.in Monday, Nov 22, 2021 - 04:51 PM (IST)
बच्चे तो मनमौजी व शरारती होते हैं। इसलिए वे अक्सर बिना सोचे-समझे ही काम कर देते हैं। वहीं बच्चों में समझदारी का विकास धीरे-धीरे ही होता है। वे परिवार, स्कूल, सोशल लाइफ आदि से अलग-अलग चीजें व व्यवहार सीखते हैं। स्कूल में वे अपने पाठ से अलग-अलग विषय के बारे में और दोस्तों, टीचर्स व सहपाठियों से बातचीत के द्वारा नई-नई बातों को सीखते हैं। इनसे बच्चों का मानसिक विकास होता है। मगर कोरोना के कारण बच्चे लंबे समय तक घर पर ही रहे। भले ही वे ऑनलाइन क्लासेस लगा रहे थे। मगर फिर भी उनका व्यवहारिक विकास सही से नहीं हो पाया। बच्चों को व्यवहारिक ज्ञान उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए जरूरी है। ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ टिप्स लेकर आए हैं, जिससे उनका मानसिक विकास बेहतर हो सके।
कोर्स से अलग किताबें भी पढ़ाएं
अक्सर पेरेंट्स सोचते हैं कि बच्चों को उनके कोर्स की ही किताबों पढ़नी चाहिए। ताकि वे अपनी क्लास से आगे निकल सके। मगर ऐसा सोचना या करना गलत है। असल में, बच्चों का पढ़ाई के प्रति रुझान पैदा करने के लिए उन्हें अलग कोर्स की किताबें भी पढ़ानी चाहिए। आप चाहे तो वे जिस विशेष में वे दिलचस्पी रखते हैं उन्हें वो पढ़ा सकते हैं। इससे आपके बच्चे पढ़ने के लिए अधिक प्रेरित होंगे। ऐसे में उनकी पढ़ने व याद करने की आदत विकसित होगा। वैसे अलग-अलग कहानियों, उपन्यास (नॉवेल्स), कॉमिक्स आदि पढ़ने से भी कई बार भाषा और व्यवहार की जानकारी मिल सकती है।
अखबार पढ़ें और बच्चों से भी पढ़ाएं
अखबार पढ़ने से देश-दुनिया की जानकारी मिलने के साथ बहुत सारे नए विषयों का ज्ञान भी मिलता है। अगर आपका बच्चा छोटा है तो आप उसे मनोरंजक खबरों पढ़कर सुनाएं। अगर वह खुद पढ़ सकता है तो उसे अखबार पढ़ने के लिए प्रेरित करें। बच्चे मोबाइल पर क्या देख या पढ़ रहे हैं इसपर ध्यान देना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इसलिए उसे अखबार पढ़ने के लिए ही कहें।
बच्चों को सवाल करने की आदत डालें
आपको बच्चे में सवाल पूछने की आदत डालनी चाहिए। इससे वे अलग-अलग विषयों के बारे में जानकारी हासिल कर पाएगा। घर पर ऐसा माहौल रखें कि बच्चा बिना झिझक के अपना सवाल पूछ पाएं। इससे उनका मानसिक विकास होगा। इसके साथ ही वे खुल कर सबके सामने अपनी बात रख पाएंगे।
बच्चों को दूसरों से घुलने-मिलने के लिए प्रेरित करें
अक्सर बच्चे शर्मिले व संकोची किस्म के होते हैं। ऐसे में अगर आपका बच्चा भी ऐसा है तो उसे सबके साथ घुलने-मिलने के लिए प्रेरित करें। इससे वे व्यवहार कुशल बनेंगे। इसके लिए आप बच्चे को बाहर दूसरे बच्चों के साथ खेलने भेज सकते हैं। इसके अलावा आप चाहे तो घर पर अपने बच्चों के दोस्तों को बुलाकर उन्हें कोई गेम खिला सकते हैं। इससे आपका बच्चा बोलने, समझने, दूसरों से अच्छा व्यवहार करने आदि चीजों को सिखेगा। इसतरह बच्चे का मानसिक विकास बेहतर होगा।