दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल देंगे साईं बाबा के ये 11 अनमोल वचन
punjabkesari.in Monday, Sep 27, 2021 - 11:37 AM (IST)
शिरडी के साईं बाबा के प्रति लोगों की बहुत ही आस्था है। मान्यता है कि शिरडी के साईं मंदिर में बाबा की समाधि से दर्शन करने से सुख व खुशियों का वरदान मिलता है। बाबा ने अपने बारे में बहुत से वचन साईं सच्चरित्र नाम की धार्मिक पुस्तक में बताए है। मान्यता है कि इनके 11 वचनों को सच्चे मन से पढ़ने व ध्यान करने से जीवन की परेशानियां दूर होकर खुशियों का आगमन होता है।
तो चलिए जानते हैं साईं बाबा के 11 अनमोल वचन
1. जो शिरडी में आएगा, आपद दूर भगाएगा।
साईं बाबा ने अपने जीवन का सबसे ज्यादा समय शिरडी में ही बीताया था। ऐसे में कहा जाता है कि यहां पहुंच कर व बाबा के दर्शन करने से व्यक्ति के सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं। अगर कोई किसी कारणवश शिरडी नहीं जा सकता है तो वह घर के पास किसी साईं बाबा के मंदिर में भी दर्शन करने जा सकते हैं।
2. चढ़े समाधि की सीढ़ी पर, पैर तले दुख की पीढ़ी पर
कहा जाता है कि बाबा की समाधि की सीढ़ी पर चढ़ते ही जीवन के दुखों का अंत हो जाता है। ऐसे में भक्त को सांसारिक परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है।
3. त्याग शरीर चला जाऊंगा, भक्त हेतु दौड़ा आऊंगा
इस वचन के अनुसार, बाबा अपने भक्तों को हर जगह मौजूद होने का अहसास दिलाते हैं। इसमें बाबा का कहना है कि भले ही मेरा शरीर खत्म हो जाए, मगर फिर भी किसी द्वारा सच्चे मन से बुलाने से वे उनकी सहायता के लिए दौड़े चले आएंगे।
4. मन में रखना दृढ़ विश्वास, करे समाधि पूरी आस।
बाबा के इस वचन के अनुसार, सच्चे मन से की गई भक्ति का हमेशा फल मिलता है। ऐसे में अगर किसी को बाबा पर विश्वास है तो वे उनकी समाधि पर जाकर माथा टेके। ऐसा करने से जीवन में चल रही परेशानियां दूर होकर शांति का अहसास होगा।
5. मुझे सदा जीवित ही जानो, अनुभव करो सत्य पहचानो।
बाबा अपने भक्तों को इस वचन के माध्यम से करते हैं कि विश्वास रखों कि मैं जीवित हूं। ऐसे में हर परिस्थिति में मैं तुम्हारा साथ दूंगा। साथ ही कोई भी अपने प्यार व सच्ची भक्ति से इस बात का अहसास कर सकता है।
6. मेरी शरण आ खाली जाए, हो तो कोई मुझे बताए।
इस वचन में साईं बाबा का कहते हैं कि मैं अपने भक्तों की सच्ची भक्ति से खुश होकर उनकी समस्त इच्छाएं पूरी करता हूं। साथ ही उनकी शरण में आया हुआ कभी भी कोई खाली हाथ नहीं लौटता है।
7. जैसा भाव रहा जिस जन का, वैसा रूप हुआ मेरे मन का।
इस वचन में बाबा कहते हैं कि जो भी मुझे जिस रूप में पूजता है, मैं वैस ही रूप में उसकी मदद के लिए तैयार रहता हूं।
8. भार तुम्हारा मुझ पर होगा, वचन न मेरा झूठा होगा।
अगर कोई सच्चे मन से बाबा की भक्ति करेगा तो बाबा स्वयं आगे होकर उसके सारे काम पूरे करेंगे। बाबा ने इस वचन में भक्तों का दायित्व पूरा करने को कहा है।
9. आ सहायता लो भरपूर, जो मांगा वो नहीं है दूर।
इस वचन में बाबा ने कहा कि जो भी मुझ पर अपना विश्वास दिखेगा। मैं हर समय उसके द्वारा पुकारने से उसकी मदद करूंगा।
10. मुझमें लीन वचन मन काया, उसका ऋण न कभी चुकाया।
साईं बाबा ने इस वचन में कहा है कि जो भी सच्चे मन, वचन व कर्म से मेरी भक्ति करता है, मैं उसका जीवन भर ऋणी रहता हूं।
11. धन्य धन्य व भक्त अनन्य, मेरी शरण तज जिसे न अन्य
बाबा जी ने कहा है कि जो भी सच्ची मन से मेरी भक्ति में लीन हो जाएगा वास्तव में वे ही मेरा भक्त कहलाएगा।
इस तरह शिरडी के साईं बाबा की महिमा अपरंपार है। सच्चे मन से उनकी पूजा व भक्ति करने से जीवन की सभी परेशानियां दूर होकर खुशियों का आगमन होता है।
ऐसे करें बाबा के इन वचनों का प्रयोग
- किसी भी गुरुवार को इन 11 वचनों को पीले रंग के कागज में लाल पेन से लिखें।
- फिर इस कागज को पूजा घर, बेडरूम और कार्यक्षेत्र में लगाएं।
- इस तरह पूजा करने से पहले, सोने व काम करने से पहले और सुबह उठने के बाद इन वचनों को सच्चे मन से पढ़ें।
- उसके बाद साईं बाबा का ध्यान करें।