Success Story: कभी डांस क्लब के बार अपने ही गानों की बांटती थी CD, लोग कहते थे बेसूरी
punjabkesari.in Friday, Sep 04, 2020 - 01:21 PM (IST)
पॉपुलर पंजाबी सिंगर जैस्मीन सैंडलस आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है। अपने शानदार परफॉर्मेंस से हर किसी का दिल जीत लेने वाली जैस्मीन आज सिर्फ पंजाब ही नहीं बल्कि विदेशों में भी स्टेज शो करती हैं। नई से लेकर पुरानी जैनेरेशन तक जैस्मीन के गानों के फैन हो गए हैं लेकिन उनका यहां तक पहुंचने का सफर आसान नहीं था। चलिए आज हम आपको बताते हैं लाल बालों वाली लड़की से अपने इमेज बनाने वाली जैस्मीन कैसे बनी लाखों दिलों की धड़कन....
डॉक्टर बनना चाहती थी जैस्मीन
उनकी फैमिली में एक बड़े भाई और बहन है। जैस्मीन बचपन से डॉक्टर बननी चाहती थी लेकिन 6 साल की उम्र में उन्होंने अपनी मां के कहने पर एक सिंगिग कॉम्पिटिशन में हिस्सा लिया। उसके बाद लोगों से उन्हें इतना तारीफ मिली की वो इसमें इंस्टरेस्ट लेने लगी। मगर, 12 साल की उम्र में उनकी फैमिली कैलिफोर्निया शिफ्ट हो गई। वहां उन्होंने कॉलेज से अपनी डॉक्टरी की पढ़ाई शुरू की और साथ-साथ अपनी सिंगिंग का शौक भी पूरा करती रहीं। इतना ही नहीं, 16 साल की उम्र में उन्होंने गाने लिखना भी शुरू कर दिया था।
डांस क्लब के बाहर बांटती थी CD
कॉलेज में पढ़ाई करते हुए ही उन्होंने 'मुस्कान' गाना गाया लेकिन इसके पीछे किसी फेमस सिंगर का हाथ ना होने के कारण उनके गाने को ज्यादा पहचान ना मिल पाई। उन्होंने अपने गानों की CD एक डांस क्लब के बाहर लोगों को बांटना शुरू कर दिया। साथ ही वो लोगों को अपना फोन नबंर भी देती और फोन करने के लिए कहती।
बोहे मिया ने दिया पहला ब्रेक
तभी पंजाबी सिंगर बोहे मियां को जैस्मीन की आवाज काफी पसंद आई और उन्होंने उन्हें पहला ब्रेक दिया। तब उनका 'गुलाबी' गीत आया लेकिन जैस्मीन को पहचान साल 2014 में आए सलमान की फिल्म के 'यार ना मिले' ना मिले से मिली।
7-8 सालों तक किसी ने नहीं पूछा
एक इंटरव्यू के दौरान जैस्मीन ने बताया कि जब वो पंजाबी इंडस्ट्री में नई-नई आई थी तब 7-8 सालों तक तब उन्हें कोई पूछता भी नहीं था लेकिन अब पूरी दुनिया से ही उन्हें प्यार मिल रहा है। जैस्मीन ना सिर्फ सिंगर है बल्कि वो सॉन्ग राइटिंग व कंपोजिंग में भी अपनी हाथ अजमा चुकी हैं। उन्होंने कहा, 'मैं लकी हूं कि अब मुझे लोग समझते हैं। खुश हूं कि पहले लाखों लोग प्यार करते थे, अब करोड़ों करते हैं।'
इंडस्ट्री में उनका अब तक का सफर कैसा रहा?
जैस्मीन का पहला गाना 'मुस्कान' था, जिसके बाद वो धीरे-धीरे आगे बढ़ती गई। उन्होंने कहा कि मुझे इंडस्ट्री में 10 साल हो गए हैं लेकिन मुझे लगता है कि आर्टिस्ट को सबकुछ अगर जल्दी मिल जाए तो वह उसे संभाल नहीं पाता। मैं साफ कहती हूं कि सफलता एकदम नहीं, जरा समय से ही मिलनी चाहिए। अब अच्छी लगूं, बुरी लगूं। जैसी भी हूं आपके सामने हूं। एक आर्टिस्ट हूं और उसी तरह जीती हूं।
बालों को कलर करवाना की इच्छा
जैस्मीन ने जब पहला गाना गाया तो उनकी इमेज लाल बालों वाली लड़की के तौर पर बनी थी। अपने लुक को लेकर वह कहती हैं कि बालों को कलर करवाना मेरी तमन्ना थी, जिसे मैं एक बार पूरा करना चाहती थी। ऐसे में उन्होंने 'जवाक' गानें में बालों को लाल रंग के साथ गुलाबी टच के दिया। हालांकि कुछ समय बाद वह रिअल कलर पर आ गई थीं।

अब मेरा मानना है कि किसी को ना सिर्फ फॉलो करो बल्कि उससे प्रेरणा लेकर अपनी पर्सनैलिटी खुद बनाओ। मेरा कोई स्टाइल नहीं है। मैं तो सिर्फ अपने मनमुताबिक खुद को दिखाने में यकीन रखती हूं। मेरा मानना है कि अगर स्टाइल पर ध्यान देंगे तो गाना नहीं बनेगा।



