5 फुट की मार्सेला के आगे अच्छे-अच्छों ने टेके घुटने, 5 बार जीती वुमन चैम्पियनशिप

punjabkesari.in Wednesday, Apr 17, 2019 - 07:00 PM (IST)

मैक्सिको के पुरूष प्रधान 'लुचा लिवरे' (फ्री स्टाइल कुश्ती) लीग में एक महिला का पूरा दबदबा है। पुरूष प्रधान फ्रीस्टाइल रैसलिंग में 'मोरेनाजा डी फिएगो' (एक योद्दा) के नाम से मशहूर यह अनुभवी महिला रैसलर रिंग में बेहद आक्रामक तरीके से अपने विरोधी पर हमला करके उसे धूल चटा देती हैं। मार्सेला का कद महज 5 फुट हैं लेकिन रिंग में वह बड़ी से बड़ी रैसलर को अपने सामने घुटने टेकने को मजबूर कर देती हैं।

 

3 दशक पहले शुरू की कुश्ती

मार्सेला के अनुसार, हर खेल खतरनाक है लेकिन कुश्ती एक मुश्किल खेल है और अगर आप इसे गंभीरता से नहीं लेते तो इसमें काफी जोखिम है। मार्सेला ने अपनी मां के खिलाफ जाकर 3 दशक पहले कुश्ती खेलना शुरू किया था। तब शायद कोई महिला रिंग में उतरती भी नहीं थी।

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5 बार जीती है वुमन चैम्पियनशिप

47 साल की मार्सेला मैक्सिको की सबसे सम्मानित औरतों में से एक हैं। वह मैक्सिको की फ्री स्टाइल रैसलिंग चैम्पियन हैं। उन्होंने अपने करियर में 5 बार वुमन चैम्पियनशिप जीती है। महिलाओं की कुश्ती देखने लोग अपने परिवार के साथ आते हैं लेकिन ऐसे लोगों की कमी भी नहीं है जो महिला रैसलरों पर भद्दी टिप्पणियां करते हैं। मार्सेला कहती हैं, 'रैसलिंग के दौरान माहौल बहुत जोशीला हो जाता है और ऐसे लोग भी हैं जो आपको सम्मान नहीं देते लेकिन हम अपने खेल से सबका मुंह बंद कर देते हैं। हम महिलाओं ने रैसलिंग में एक अलग पहचान बना ली है।'

वह कहती हैं कि उनके देश में महिला रैसलरों को अभी भी समानता की नजर से नहीं देखा जाता है। कुछ मुकाबलों के दौरान तो महिला पहलवानों के कपड़े बदलने के लिए कमरा तक नहीं होता है।

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रैसलिंग की शुरूआत

मार्सेला राजधानी मैक्सिको सिटी एक लोकप्रिय अखाड़े 'कोलिसियो' के करीब बड़ी हुई। उनकी मां रैसलिंग देखना पसंद करती थीं और बेटी को भी साथ ले जाती थी। धीरे-धीरे मार्सला को रैसलिंग से गहरा लगाव हो गया लेकिन तब राजधानी में केवल पुरूषों की ही रैसलिंग होती थी।

मां बनने के बाद शुरू की रैसलिंग

मांर्सेला की शादी छोटी उम्र में हो गई थी और 16 साल की उम्र में ही वह पहले बच्चे की मां बन चुकीं थी। उन्होंने मां बनने के बाद ही रैसलिंग खेलने का फैसला किया। जब उन्होंने रैसलिंग करने की बात मां से कही तो इस खेल की प्रसंशक होने के बावजूद वह नहीं चाहती थी कि उनकी बेटी रिंग में उतरे।

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मां को मनाने के लिए किया संघर्ष

मार्सेला बताती हैं कि 'मेरा पहला संघर्ष मां के साथ था, जिनका कहना था कि यह खेल बेहद मुश्किल है इसलिए इसे केवल पुरूष ही खेल सकते हैं। महिलाओं को तो घर में रहकर बच्चों की देखभाल करनी चाहिए।' मगर आखिर में वह मां को मनाने में सफल रहीं, जिसके बाद उन्होंने मार्सेला के बच्चों को संभालने में मदद की, ताकि वह अपना करियर बना सकें।

बेटी भी है रैसलर

मार्सेला की 2 बेटियों में से छोटी बेटी अब 21 साल की है और वह भी 'स्काडी' नाम से रैसलिंग शुरू कर चुकी हैं। मार्सेला कहती हैं कि वह बेटी के अपने नक्शेकदम पर चलने से वह खुश नहीं थीं। वह उसके फैसले पर हैरान थी लेकिन उन्होंने इसे रैसलिंग के अभ्यास में पूरी मदद की। आखिर बेटी का जुनून जीत गया और अब इस परिवार में नां-बेटी के रूप में दो फाइटर्स हैं।


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Content Writer

Anjali Rajput

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