जन्माष्टमी स्पैशल: जब राधा ने श्रीकृष्ण से कहा था - मत छूना मुझे

punjabkesari.in Sunday, Aug 29, 2021 - 12:41 PM (IST)

हिन्दू धर्म का पावन पर्व कृष्ण जन्माष्टमी 30 अगस्त को धूमधाम से मनाया जाएगा। भगवान श्रीकृष्ण सिर्फ अपनी अद्भुत लीलाओं के लिए ही नहीं बल्कि प्रेम के लिए भी जाने जाते हैं। राधारानी और श्रीकृष्ण की प्रेम कहानी को लेकर कई कहानियां सुनने को मिलती है और हम भी आज आपको ऐसी ही एक कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं।

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अपने अमर प्रेम के लिए प्रसिद्ध राधा कृष्ण बालपन के सखा थे। दोनों का विवाह भले ही नहीं हुआ हो लेकिन श्रीकृष्ण के साथ नाम राधारानी का ही जोड़ा जाता है। दोनों का प्रेम आत्मिक था इसलिए आज भी उन्हें याद किया जाता है।

जब राधा ने कहा - मत छूना मुझे

अपने नटखट स्वभाव और बांसुरी की मधुर धुन बजाने वाले श्रीकृष्ण राधा और गोपियों संग मगन रहते थे। मगर, एक दिन वह कुछ ऐसा कर बैठे कि राधा संग समस्त गोपियां कृष्ण से दूर रहने लगी। यही नहीं, राधा ने श्रीकृष्ण को छूने से भी मना कर दिया।

इसलिए किया राधा ने कृष्ण को छूने से मना

दरअसल, एक बार श्रीकृष्ण को मारने के लिए कंस ने असुर अरिष्टासुर को भेजा था, जो बैल बन गांव तबाह करने लगा। तब भगवान श्रीकृष्ण ने बैल स्वरुप में आए असुर अरिष्टासुर का वध कर दिया। तभी उन्हें गौ हत्यारा मान राधा और गोपियां उनसे दूर रहने लगी।

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जब श्रीकृष्ण के समझाने पर भी नहीं मानी राधा

श्रीकृष्ण के बहुत समझाने पर भी जब राधा नहीं मानी तो उन्होंने अपनी एड़ी जमीन पर पटकी। तभी वहां जल की धारा बहने लगी और एक कुंड बन गया है। श्रीकृष्ण ने सभी तीर्थों को राधा के सामने प्रकट होने का आदेश दिया। इसके बाद सभी तीर्थी कुंड में समा गए और श्रीकृष्ण ने भी कुंड में स्नान किया।

सभी पापों से मुक्ति दिलाने वाला कुंड

आज भी वह कुंड गोवर्धन पर्वत की तलहटी में मौजूद है। ऐसा माना जाता है कि इस कुंड में स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और इससे सभी तीर्थ स्थान में स्नान करने का पुण्य भी मिलता है।

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Content Writer

Anjali Rajput

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