कोकिलाबेन और धीरूभाई अंबानी की दिल छूने वाली लव स्टोरी, पति की एक बात पर फिदा थी पत्नी
punjabkesari.in Sunday, Aug 04, 2019 - 06:14 PM (IST)

देश के मशहूर अंबानी परिवार के सभी सदस्यों की लव स्टोरी बड़ी फिल्मी हैं, जहां मुकेश अंबानी ने अपनी पत्नी नीता को शादी के लिए प्रपोज़ रेड लाइट पर गाड़ी रोक कर किया तो वहीं आनंद पीरामल ने ईशा अंबानी को घुटनों पर बैठकर शादी के लिए मनाया। कुछ ऐसी ही इंटरस्टिंग लव स्टोरी हैं धीरूबाई अंबानी और कोकिलाबेन कीं। चलिए आज हम आपको धीरूभाई अंबानी की लव स्टोरी के कुछ खूबसूरत किस्से बताते हैं जिनको सुनकर आप भी कहेंगे कि वाकई में धीरूभाई अंबानी सिर्फ अच्छे बिज़नेसमैन ही नहीं बल्कि एक अच्छे पति भी है...!
रिलायंस इंडस्ट्रीज को शुरू करने वाले धीरूभाई की 2002 में हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई थी। उनके जाने के बाद ही कोकिलाबेन ने एक इंटरव्यू दिया जिसमें उन्होंने अपनी जिंदगी के खास पलों को साझा किया...और पति धीरूभाई की खासियत भी बताई जिनसे वो काफी आकर्षित थी।
पत्नी को गिफ्ट देने और घूमाने के थे शौकीन
धीरूभाई को अपनी पत्नी को गिफ्ट करने और घूमाने का काफी शौक था जिसे वो पूरा भी किया करते थे। कोकिलाबेन को धीरूभाई का प्यार जताने का अंदाज़ बहुत पसंद था। दरअसल, कोकिला ने कभी भी जामनगर में कोई गाड़ी या कार नहीं देखी थी। एक दिन वो चोरवाड़ से अदेन शहर के लिए निकली, वहां पहुंचने से पहले उन्हें धीरूभाई का फोन आया, उन्होंने कहा- कोकिला मैंने तुम्हारे लिए एक गाड़ी ली है, मैं तुम्हें लेने आ रहा हूं, बताओं गाड़ी का रंग क्या होता? मैं बता दूं ‘It is black, like me' धीरूभाई का यहीं प्यार भरा अंदाज उन्हें इम्प्रेस कर गया।
प्यार जताने का अंदाज था सबसे अलग
आपको शायद मालूम ना हो कि कोकिलाबेन को शादी से पहले अंग्रेज़ी नहीं आती थी क्योंकि उन्होंने गुजराती स्कूल से पढ़ाई की थी। मगर मुंबई में शिफ्ट होने के बाद वहां के माहौल में ढलना भी जरूरी थी जिसके लिए धीरूभाई ने कोकिलाबेन को अंग्रेज़ी सिखने को कहा। फिर कोकिला ने एक ट्यूटर से अंग्रेज़ी की शिक्षा ली।
कोकिलाबेन से करवाते थे सभी काम का शुभारंभ
धीरूभाई की एक खासियत थी कि वो अपनी पत्नी की इज्जत व कदर बहुत करते हैं। अपने हर नए काम में कोकिलाबेन को शामिल जरूर करते थे। यहां तक कि अपने सभी काम के शुभारंभ के लिए उन्हें ही साथ ले जाया करते थे। इतना ही नहीं, धीरूभाई तो अपने सभी काम, सभी प्रोजेक्ट कोकिलाबेन से सलाह लेकर ही आगे बढ़ाया करते थे।
जब भी धीरूभाई को किसी नए शहर काम के लिए जाना होता था तो वो उस शहर की सारी जानकारी निकालने का काम पत्नी कोकिलाबेन को ही देते। वो अपने प्रोजेक्ट पर फोकस करते और कोकिलाबेन उस शहर से जुड़ी जानकारियां निकाल उन्हें देती। धीरूभाई ने अपने सभी काम में पत्नी को हमेशा साथ रखा।
कोकिलाबेन का कहना है कि धीरूभाई ने भले बहुत ऊंचा मुकाम हासिल किया लेकिन कभी भी घंमड को अपने आड़े नहीं आने दिया, उनकी ये बात भी उन्हें काफी अच्छी लगती थी।
तरक्की के बावजूद भी नहीं था घमंड
खास बात है कि अगर कभी बाहर घूमने जाना होता था तो धीरूभाई अपने दोस्तों के साथ-साथ कोकिलाबेन को भी उनके दोस्तों को बुलाने के लिए कहा करते थे। वो अपने साथ-साथ उनकी खुशियों को भी पूरा ध्यान रखा करते थे। इतना ही नहीं, जब उन्होंने नया एयरक्राफ्ट लिया, तब भी उन्होंने कोकिलाबेन सभी दोस्तों को पार्टी दी।