आज करें भोले नाथ की इन तीन स्वरूपों की उपासना, होगी हर मनोकामना पूरी

punjabkesari.in Monday, Aug 05, 2024 - 11:07 AM (IST)

नारी डेस्क: सावन के तीसरे सोमवार का व्रत आज, 5 अगस्त को मनाया जा रहा है। सावन के सोमवार विशेष रूप से महत्वपूर्ण माने जाते हैं, क्योंकि इस दिन शिव जी की पूजा से विशेष लाभ होता है। शिव जी सृष्टि के तीनों गुणों को नियंत्रित करते हैं और वे त्रिनेत्रधारी भी हैं। उनकी पूजा तीन मुख्य स्वरूपों में की जाती है, और सावन के तीसरे सोमवार को इन स्वरूपों की उपासना विशेष महत्व रखती है। इस दिन इन स्वरूपों की पूजा करके आपकी मनोकामनाओं की पूर्ति हो सकती है। प्रदोष काल में पूजा करना सबसे शुभ होता है।

शुभ मुहूर्त

सावन के तीसरे सोमवार पर आज तीन महत्वपूर्ण मुहूर्त मिल रहे हैं

1. ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:20 से 5:03 बजे तक।
2. अश्लेषा नक्षत्र: दोपहर 1:26 से 3:21 बजे तक।
3. अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:00 से 12:54 बजे तक।

PunjabKesari

शिव के स्वरूप और उनकी उपासना

नीलकंठ स्वरूप

समुद्र मंथन के दौरान हलाहल विष पीकर शिव जी ने उसे अपने कंठ में रोक लिया, जिससे उनका कंठ नीला हो गया। इस स्वरूप की उपासना से शत्रु बाधा और तंत्र-मंत्र का असर कम होता है। इस दिन शिव लिंग पर गन्ने का रस अर्पित करें और "ऊं नमो नीलकंठाय" मंत्र का जाप करें। 

PunjabKesari

नटराज स्वरूप

शिव ने नृत्य, संगीत और कला का आविष्कार किया। नटराज स्वरूप की पूजा से जीवन में सुख, शांति और आनंद मिलता है। कला, संगीत और अभिनय में सफलता के लिए इस स्वरूप की पूजा करें। घर में सफेद रंग के नटराज की स्थापना कर सफेद फूल अर्पित करें।

महामृत्युंजय स्वरूप

यह स्वरूप अमृत का कलश लेकर भक्तों की रक्षा करता है और मृत्यु के डर को दूर करता है। इस स्वरूप की पूजा से आयु रक्षा, स्वास्थ्य लाभ और मनोकामना पूर्ति होती है। शिव लिंग पर बेल पत्र और जल अर्पित करें, फिर अर्ध परिक्रमा करें और मनोकामना की प्रार्थना करें। महामृत्युंजय मंत्र है: "ऊं हौं जूं सः"।

PunjabKesari

इन विशेष पूजा विधियों और मुहूर्तों का ध्यान रखते हुए सावन के तीसरे सोमवार को शिव जी की उपासना करें और अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की कामना करें।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Manpreet Kaur

Related News

static