जानिए सुहागिन महिलाओं के लिए नवरात्रि में क्यों जरूरी है सोलह श्रृंगार?
punjabkesari.in Friday, Apr 12, 2024 - 07:42 PM (IST)
वैसे तो स्त्रियों को हर तीज-त्योहार पर श्रृंगार करने के लिए कहा जाता है, पर नवरात्रि में इसका खास महत्व है। कहा जाता है कि नवरात्रि के पावन मौके पर देवी दुर्गा की आराधना साथ- साथ घर की महिलाओं को सोलह श्रृंगार भी करना चाहिए।कहा जाता है कि मां दुर्गा ऐसी महिलाओं से काफी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं, जो उनकी पूजा सोलह श्रृंगार करके करती हैं। शास्त्रों के अनुसार सोलह श्रृंगार सिर्फ खूबसूरती ही नहीं महिलाओं के भाग्य को भी बढ़ाता है। चलिए जानते हैं सोलह श्रृंगार में कौन-कौन से श्रृंगार आते हैं ।
लाल जोड़ा
नवरात्रि में माता का आर्शीवाद पाने के लिए आप लाल रंग के कपड़े पहनें। इसे सोलह श्रृंगार का हिस्सा माना जाता है। भूलकर भी इन दिनों काले रंग के वस्त्र ना पहनें।
मेहंदी
मेहंदी को सुहागिन का अहम शगुन माना जाता है। इसलिए हाथों पर मेहंदी लगाकर शगुन जरूर करें।
बिंदी
दोनों भौंहों के बीच कुमकुम से लगाई जाने वाली बिंदी भगवान शिव के तीसरे नेत्र का प्रतीक मानी जाती है। सुहागिन महिलाएं कुमकुम या सिंदूर से लाल बिंदी जरूर लगाएं।
झुमके
सोलह श्रृंगार झुमकों के बिना अधूरा-सा लगता है। कहा जाता है कि महिलाओं को अपने कान सूने नहीं रखने चाहिए ।
काजल
काजल अशुभ नजरों से बचाव करता है। इसलिए काजल लगाना हर स्त्री के लिए बेहद शुभ माना जाता है।
सिंदूर
नवरात्रि में चटक लाल रंग का सिंदूर भरना चाहिए। मान्यता है कि इससे पति की उम्र लंबी होती है और माता रानी भी प्रसन्न रहती हैं।
गजरा
जमाना चाहे कोई भी हो गजरे का ट्रैंड हमेशा एवरग्रीन रहता है। ऐसे में सावन महीने में आप पति के हाथों से गजरा जरूर पहनें।
नथ
हिंदू धर्म में सुहागिन स्त्रियों को नाक में कोई आभूषण पहनना अनिर्वाय माना गया है। नोजपिन को सुहाग की निशानी से जोड़कर देखा जाता है।
चूड़ियां
नवरात्रि में लाल चूड़ियां पहननी चाहिए। लाल रंग सुहागिन औरत के जीवन में खुशियां व सौभाग्य लाता है।
बाजूबंद
महिलाओं का यह आभूषण सोने या चांदी से बना हुआ होता है। कहा जाता है इसे पहनने से परिवार के धन की रक्षा होती है।
बिछुआ
पैरों की अंगुलियों में पहने जाने वाला ये चांदी का बिछुआ इस बात का प्रतीक होता है कि दुल्हन शादी के बाद सभी परेशानियों का हिम्मत के साथ मुकाबला करेगी।
मंगलसूत्र
सुहागिन स्त्रियों को कभी भी खाली गले से नहीं रहना चाहिए। इसके लिए सबसे आदर्श मंगलसूत्र माना जाता है।
मांग टीका
माथे के बीचों-बीच पहने जाने वाला मांग टीका हर लड़की की सुंदरता में चार चांद लगा देता है।
पायल
पांव में चांदी के पायल या पाजेब पहनना भी महिलाओं के 16 श्रृंगारों में से एक होता है
अंगूठी
अंगूठी वाली उंगली की नस मस्तिष्क से जुड़ी हुई है। माना जाता है कि इससे मस्तिष्क की सक्रियता बढ़ती है।
कमरबंद
कमरबंद प्रतीक होता है कि सुहागन अब अपने घर की स्वामिनी है