भारत में कोविड-19 की कौन-सी वैक्सीन होगी अप्रूव, ICMR ने बताई शर्त
punjabkesari.in Wednesday, Sep 23, 2020 - 11:36 AM (IST)
दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने की रेस में लगे हुए हैं। कोविड-19 का टीका 100% असर करे ऐसा मुमकिन नहीं हो पा रहा है इसलिए वैज्ञानिक सुरक्षा के मापदंड की जांच में लगे हुए हैं। ICMR (इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव का कहना है कि श्वसन तंत्र के लिए बनाई गई वैक्सीन आजतक प्रभावी नहीं रही है। ऐसे में भारत 50-100% असर करने वाली वाक्सीन को मंजूरी दे सकता है।
वहीं, भारत के ड्रग रेगुलेटर CDSCO (सेंट्रल ड्रग्स ऐंड स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन) का सुझाव है कि वैज्ञानिक वैक्सीन की संक्रमण से बचाने की क्षमता के साथ ये भी देखें कि वो गंभीर इंफैक्शन को रोकने में कितनी कारगार है।
वैक्सीन में क्या होना जरूरी?
WHO के मुताबिक, एक वैक्सीन में 3 चीजें होनी जरूरी है... पहली सेफ्टी, इम्युनोजेनिसिटी यानि वायरस से बचाव में इम्यूनिटी पैदा करने की क्षमता और प्रभावोत्पादकता यानि वैक्सीन इंफेक्शन रोकने में कितनी कारगार है। WHO ने कहा कि 50% प्रभावोत्पादकता वाली वैक्सीन मंजूर की जा सकती है लेकिन वैज्ञानिकों का लक्ष्य 100% तक का है, ताकि वायरस को पूरी तरह खत्म किया जा सके।
भारतीय वैक्सीन भी हो सकती है असरदार
ICMR के अनुसार, कोरोना के खिलाफ भारत में बनी वैक्सीन भी कारगार हो सकती हैं क्योंकि उनका कम्पोजिशन और सुरक्षित था। फिलहाल ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा बनाई जा रही वैक्सीन का पहला ट्रायल सफल रही है। उनकी वैक्सीन इम्यून रेस्पांस को ट्रिगर करने में सफल रही, जिसके बाद उससे उम्मीदें बढ़ गई है। बता दें कि भारत की सीरम इंस्टीट्यूट और ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी मिलकर वैक्सीन बना रहे हैं।
आधे लोगों पर हुआ असर तो वैक्सीन अप्रूव
CDSCO के जारी ड्राफ्ट नोट ते मुताबिक, कोविड-19 की उन वैक्सीन को अप्रूवल मिल सकता है जो तीसरे ट्रायल में कम से कम 50% लोगों पर असरदार साबित हो। हालांकि टीकों पर चल रहे परीक्षण के इससे बेहतर परिणाम आए हैं, खासतौर से दूसरी डोज लगने के बाद।
भारत में चल रहा तीसरा ट्रायल
भारत में इस समय 3 वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल चल रहा है। रूस की वैक्सीन ट्रायल पर जल्द ही अप्रूवल लिया जा सकता। फिलहाल सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी और अस्त्राजेनेका द्वारा बनाई वैक्सीन का तीसरा ट्रायल चल रहा है। इसके अलावा ICMR-भारत बायोटेक की Covaxin और जायडस कैडिला की ZyCov-D के परिणाम भी अभी तक अच्छे आए हैं।