हार्ट अटैक आने पर तुरंत क्या करें

punjabkesari.in Friday, Jul 29, 2016 - 05:13 PM (IST)

Heart Attack : हार्ट अटैक एक ऐसी बीमारी है, जिसकी चपेट में किसी भी उम्र का शख्स आ सकता है। अगर सहीं समय पर मरीज को मैडीकल सुविधा ना दी जाए तो उसकी जान भी जा सकती है लेकिन यह जरूरी नहीं है कि तुरंत मैडीकल ना मिलने पर सिर्फ हॉस्पिटल जाने का ही इंतजार किया जाए। अगर हार्ट अटैक आने पर कुछ सावधानियां और स्टेप फॉलो किए जाएं तो मरीज की जान बचाई जा सकती है। आज हम आपको कुछ ऐसी बातें बताएंगे जिनको फॉलो कर आप मरीज की जान बचा सकते हैं।  साइलेंट हार्ट अटैक के 5 बड़े लक्षण और उसका इलाज

 

हार्ट अटैक आने पर उठाए ये जरूरी कदम

 

स्टैप 1

सबसे पहले हार्ट अटैक पीड़ित शख्स की सवेंदनशीलता की तरफ ध्यान दें। अगर वह कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखा रहा और सही से सांस नहीं ले पा रहा तो जल्द से 911 पर कॉल करें ताकि आपातकालीन स्थिति में मरीज को जल्द CPR(कार्डियोपल्मोनरी पुनर्जीवन) दिया जा सकें।

 

स्टेप 2

जब तक एंबुलेंस ना आए, तब तक इन बातों की तरफ गौर करें। मरीज बहुत तेज या सही ढंग से सांस ना ले रहा हो, खांसी और बार-बार हिलजुल रहा हो तो छाती पर दबाव बनाएं। सीने में 2 इंच नीचे पंप करें। 100/ मिनट प्रति दर से सीने में तेजी से पंप करें।

 

स्टेप 3 

रोगी के सिर को पीछे झुकाएं और ठोड़ी को ऊपर की ओर उठा दें। नाक को पिंच करके मुंह द्वारा उन्हें सांस दें ताकि सीने में वृद्धि हो।इस तरह उन्हें दो बार सांस दें। प्रत्येक सांस 1 सेकेंड की हो।  हार्ट अटैक ही नहीं, इन वजहों से भी होता है सीने में दर्द

 

 

इसके अलावा इन बातों का भी ध्यान रखें

 

पेशेंट को सीधा करके लिटाएं। उसके कपड़ों को लूज करें ताकि मरीज बैचेनी कम हो। 

 

मरीज को लंबी सांस लेने को कहें। आसपास भीड़ ना लगाएं।

 

हार्ट अटैक आने पर कई बार रोगी को उल्टी की फीलिंग होती है ऐसे में उन्हें एक तरह मोड़ दें और मतली करने को कहें। 

 

मरीज की पल्स चेक करें। अगर पल्स 60-70 से कम है तो समझ लें कि मरीज की हालत गंभीर है। 

 

रोगी के पैर ऊपर की ओर उठादें ताकि खून की सप्लाई हार्ट की तरफ हो।  हार्ट के मरीज को रोज खाना चाहिए एक अंडा, जानिए क्यों

 

 

ये गलतियां ना करें

 

रोगी को कुछ खिलाएं पिलाएं ना।

 

पल्स रेट बहुत कम होने पर सीने में दबाव बनाने से राहत मिलती है लेकिन अगर तरीका गलत हो तो समस्या बढ़ सकती है इसलिए CPR का सही तरीका देखकर ही ऐसा करें। 

 

अस्पताल ले जाने के लिए उसे चलाने की गलती ना करें। रोगी को उठाकर ले जाएं। 

 

रोगी को सीधा लिटाएं। इससे बल्ड सर्कुलेशन सही रखने में मदद मिलती है।

 


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