सावधान: बंद करें रिफाइंड ऑयल में बनाना खाना!, हो सकती है ये गंभीर बीमारी

punjabkesari.in Saturday, Apr 24, 2021 - 04:16 PM (IST)

भारतीय महिलाओं में विटामिन डी की समस्या आम होती जा रही है। इस ओर महिलाएं ज्यादा ध्यान नहीं दे रहीं। भारत में हुए एक शोध में पता चला है कि उत्तर भारत में रहने वाली 69 फीसदी महिलाओं में विटामिन डी की कमी है। इसके अलावा लगभग 26 फीसदी महिलाओं में विटामिन डी पर्याप्त मात्रा में है और केवल 5 प्रतिशत महिलाओं में सही मात्रा में विटामिन डी पाया जाता है। 

विटामिन डी की कमी के कारण

धूप का कम सेवन

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सूर्य की किरणें विटामिन डी का पर्याप्त स्त्रोत हैं। लेकिन भारत में ज्यादातर महिलाएं घर के काम में व्यस्त रहती हैं। वे पर्याप्त मात्रा में धूप का सेवन नहीं कर पाती। 

महिलाओं का परिधान

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भारत में विटामिन डी की कमी का एक कारण महिलाओं का परिधान भी है। यहां ज्यादातर महिलाएं साड़ी या फिर सुट पहनती हैं। उनका हर अंग ढ़का रहता है। जिससे शरीर को पर्याप्त धूप नहीं मिल पाता। 

हॉर्मोनस बदलाव

महिलाओं में हॉर्मोनस बदलाव भी विटामिन डी की कमी की वजह है। इसके अलावा ऐसा देखा गया है कि बच्चों को दूध पिलाने वाली महिलाओं में भी विटामिन डी की कमी रहती है। 

रिफाइंड ऑयल का इस्तेमाल

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विटामिन डी की कमी का मुख्य कारण रिफाइंड तेल भी है। दरअसल, रिफाइंड ऑयल के इस्तेमाल से शरीर में कोलेस्ट्रॉल के कण कम बनते हैं। ये कण शरीर में कोलेस्ट्रॉल बनाने में मदद करते हैं। इस वजह से विटामिन डी को शरीर में बनने में परेशानी आने लगती है। 

लक्षण

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- बिना काम के जल्दी थक जाना।
-लंबे समय तक खड़े रहने में परेशानी। 
-जोड़ों में दर्द और पैरों में सूजन।
- मांस-पेशियों में कमजोरी।

नुकसान

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विटामिन डी की कमी शरीर को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाती है। पहले यह शरीर के सभी हिस्सों को कमजोर बनाती है। फिर बुढ़ापे में हड्डियों, मांसपेशियों और जोड़ों में ज़्यादा दर्द होता है। 

कैसे करें दूर

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- रिफाइंड ऑल के इस्तेमाल से करें परहेज।
- कम कपड़ों में रोजाना एक घंटे करें धूप का सेवन।
- अंडे के पीले वाले हिस्से और मछलिओं को आहार में करें शामिल।
- डॉक्टर्स की सलाह पर विटामिन डी का ओरल सप्लीमेंट लें सकती है। 

सही मात्रा

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खून में 75 नैनौ ग्राम विटामिन डी का होना सही मात्रा है। 50 से 75 के बीच की मात्रा को कम माना जाता है। 


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Content Writer

Anjali Rajput

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