बच्चे का नहीं लगता पढ़ाई में मन तो ये वास्तु टिप्स अपनाएं
punjabkesari.in Monday, Jun 08, 2020 - 08:13 PM (IST)
लॉकडाउन के कारण सभी बच्चे घर पर बैठकर ऑनलाइन पढ़ाई कर रहें है। ऐसे में बहुत से बच्चे है जिनका पढ़ाई में मन नहीं लग रहा। उन्हें पढ़ने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा वे टीचर द्वारा दिए गए होमवर्क को करने में आनाकानी रहे है। ऐसे में अगर आपके बच्चे भी ऐसा बर्ताव कर रहें है तो आप वास्तुशास्त्र में बताए इन टिप्स को फॉलो कर सकते है। इन टिप्स की मदद से आपके बच्चों को पढ़ने में आसानी होगी। साथ ही उसकी एकाग्रता और स्मरण शक्ति भा बढ़ेगी।
स्टडी रूम में लाए बदलाव
अगर आपके बच्चे पढ़ने से जी चुराते है तो उनकी स्टडी रूम में कुछ बदलाव करें। वास्तु के अनुसार, जहां बच्चे पढ़ते हैं यानि उनका स्टडी रूम घर की उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। इसके साथ ही उनकी किताबे भी इधर- उधर फैलने या गिरने की जगह व्यवस्थित रखें। उन्हें खुद अपनी चीजों की संभाल करना सिखाए। इससे बच्चे का पढ़ाई में मन लगेगा। साथ ही एकाग्रता बढ़ेगी।
लगाएं कुछ खास तस्वीरें
बच्चों के कमरे में हमेशा उत्साहित, खुशहाली का प्रतीक वाली तस्वीरें लगानी चाहिए। उनके कमरे में महान व्यक्तियों की फोटो लगाएं। ताकि वे उनके जैसा बनने का सोचे। आप कमरे की पूर्व दिशा में भगवान सूर्य देव और मां सरस्वती की तस्वीर या कोई पेंटिंग लगा सकते है। इसके अलावा वेदमाता की तस्वीर भी लगा सकते है। अगर आपके बच्चों को कुछ विषयों में कठिनाइयां आती है तो कमरे की उत्तर दिशा पर ब्रह्मदेव का चित्र या पेंटिंग लगाए। इससे उनको सभी विषयों को आसानी से समझने में सहायता मिलेगी।
अगर एकसाथ पढ़ते है कई बच्चे
अगर एक ही कमरे में एक से ज्यादा बच्चे पढ़ते है यानी ग्रुप स्टडी करते है तो वहां ग्रुप फोटो लगाएं। ऐसा करने से बच्चों की एकाग्रता और स्मरण शक्ति में वृद्धि होगी। साथ ही वे एकदूसरे को बेहतर ढंग से समझेंगे। इसके अलावा एक साथ पढ़ने से उनमें एक-दूसरे की सहायता करने का गुण भी आएगा।
सही दिशा में करें पढ़ाई
वास्तु के अनुसार बच्चों का सही दिशा में बैठ कर पढ़ना बेहद जरूरी है। हम अगर सही दिशा की बात करें तो बच्चों के पढ़ने की सही दिशा पूर्व है। इसलिए उन्हें हमेशा पूर्व दिशा की ओर मुंह करके पढ़ना चाहिए। इसका मुख्य कारण यह है कि भगवान सूर्यदेव पूर्व से उगते हैं। ऐसे में यह रोशनी यानी कि ऊर्जा की दिशा मानी जाती है। इसलिए इस दिशा मपर मुंह करके पढ़ने से बच्चों को शिक्षा में सफलता मिलती है। इसके अलावा इस चीज का विशेष ध्यान रखें कि बच्चे कभी भी दरवाजे की तरफ पीठ करके पढ़ाई न करें। इससे उनका बौद्धिक विकास रूकता है।
पेरेंट्स की करें इज्जत
बच्चों को रोज सुबह उठकर अपने माता-पिता और बड़ों के पैरों को छूकर आशीर्वाद लेना चाहिए। इसके अलावा बच्चों जब भी पढ़ने बैठे उन्हें दूध में शहद मिक्स कर पिलाएं। वास्तु के अनुसार ऐसा करना शुभ माना जाता है। इससे बच्चे एकाग्रता शक्ति बढ़ती है। साथ ही उन्हें पढ़ाई के साथ बाकी कामों को करने में भी सफलता मिलती है।