आखिर कब होगा इंसाफ... चित्रकूट 14 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप, गोंडा में सोती बहनों पर फेंका एसिड
punjabkesari.in Friday, Oct 16, 2020 - 03:18 PM (IST)
हाथरस की घटना के बाद दिल्ली, उत्तर प्रदेश हर दिन महिलाओं के साथ अपराध की घटना सामने आ रही हैं। वहीं, अब उत्तर प्रदेश से एक हफ्ते में 3 दिल दहला देने वाली घटनाएं सामने आई हैं। जहां एक मामूस बच्ची कुछ दरिदरों की हवस का शिकार हो गई तो दूसरी तरफ तीन बहनों का चेहरा एसिड से जला दिया गया। वहीं, कुछ मनचलों की वजह से एक लड़की को अपनी जान देना पड़ी।
पहला मामला - चित्रकूट में 14 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप
खबरों के मुताबिक, 8 अक्टूबर को देर रात जब बच्ची अपने घर के पास जंगली इलाके में शौच के लिए गई तब वहां उसके साथ गैंगरेप किया। इसके बाद वह बच्ची के हाथ-पैर बांधकर वहीं फेंक गए। इसके बाद माता-पिता ने सरैया चौकी में शिकायत दर्ज करवाई। पीड़ित के पिता ने पुलिस से कहा कि वो 1-2 दिन में आरोपियों के नाम भी पता कर देंगे लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट लिखने से मना कर दिया। ना ही पुलिस की तरफ से लड़की की मेडिकल जांच करवाई गई।
घटना के 4 दिन बाद लड़की ने की आत्महत्या
घटना के 4 दिन बाद मंगलवार सुबह जब बच्ची के माता-पिता खेत गए तब वह घर पर अकेली थी। इसी बीच बच्ची ने गले में दुपट्टा बांधकर फांसी लगाकर सुसाइड कर ली। पुलिस थाना के सीओ रजनीश यादव का कहना है कि SC-ST एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है लेकिन लड़की के साथ गैंगरेप की पुष्टि नहीं हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस आगे की कार्रवाही करेगी।
थाना प्रभारी समेत दो सस्पेंड
हालांकि घटना में लापरवाही बरतने के आरोप में सरैयां पुलिस चौकी के प्रभारी उपनिरीक्षक अनिल साहू और कर्वी सदर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक जयशंकर सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। SP अंकित मित्तल ने बताया कि बुधवार दोपहर परिजनों की ‘सहमति' से बच्ची का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
दूसरा मामला - सोती हुई लड़कियों पर एसिड फेंका
वहीं, उत्तर प्रदेश, गोंडा जिले में सोमवार देर रात तीन दलित बहनों पर एसिड फेंकने की घटना सामने आई है। तीनों बहनें अपने घर में सो रही थी जब किसी अंजान शख्स ने उनपर एसिड फेंक दिया। घटना में बड़ी बहन का चेहरा बुरी तरह झुलस गया है जबकि दो बहनों पर एसिड के छींटे पड़े हैं। तीनों बहनें हॉस्पिटल में एडमिट है, जहां उनका इलाज चल रहा है। वारदात को अंजान देने वाला अभी तक पुलिस की गिरफ्त से फरार है। परिवार वालों का कहना है कि इसी महीने की 23 अक्टूबर बड़ी लड़की की सगाई होने वाली थी।
बता दें कि तीनों पीड़ित बहनें घर की छत पर बने कमरे में सो रही थी, तभी कोई पीछे से बल्ली लगाकर चढ़ा और उनपर एसिड डाल दिया और तुरंत भाग गया। जब तीनों लड़कियां चिल्लाई तो परिवार वाले भागकर ऊपर गए। इसके बाद उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया और पुलिस को घटना की खबर दी गई। परिवार वालों का कहना है कि उन्हें किसी पर शक नहीं है।
तीसरा मामला - शोहदों से परेशान लड़की ने कुएं में कूदकर दी जान
उत्तर प्रदेश के ही प्रतापगढ़ जिले में एक 17 की लड़की ने शोहदों से परेशान होकर कुएं में छलांग लगा दी। जानकारी के अनुसार, 11 कक्षा में पढ़ने वाली लड़की को स्कूल से घर जाने के रास्ते में कुछ लड़के काफी दिनों से परेशान कर रहे थे। स्कूल बंद होने पर जब वह घर से बाहर किसी काम से जाती तो लड़के छीटांकसी और छेड़छाड़ करते थे।
लड़की के पिता ने पुलिस में भी रिपोर्ट की थी लेकिन पुलिस की डांट का भी उनपर कोई असर नहीं हुआ। सोमवार को उन्हीं में से एक आरोपी घर में आकर लड़की को परेशान करने लगा, जिससे तंग आकर किशोरी ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली। इसके बाद पुलिस ने 2 सगे भाई सहित 3 युवकों के खिलाफ धारा 306, 354, 506 IPC और पॉक्सो एक्ट में FIR दर्ज की। एक अरोपी हिरासत में है, जिससे पूछताछ चल रही है। बाकी 2 आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 3 टीमें गठित की गई हैं।
हर दिन दिल दहला देने वाले मामले सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। क्या समाज में छिपे इन भेड़ियों को पुलिस का डर नहीं रह गया? आखिर कब आएगा वो दिन जब लड़कियां देश में सुरक्षित सिर उठाकर जी सकेंगे। अब वक्त है देश में ऐसा कानून बनाने का जहां ऐसे दरिंदरों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए, ताकि कोई भी देश की बेटी को आंख उठा कर भी ना देख सके।