पीरियड्स में तेज दर्द हो सकता है चॉकलेट सिस्ट का संकेत, जाने इसका कारण और इलाज
punjabkesari.in Tuesday, Aug 27, 2024 - 11:14 AM (IST)
नारी डेस्क: महिलाओं में पीरियड्स के दौरान होने वाला तेज दर्द अक्सर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। हाल के वर्षों में, चॉकलेट सिस्ट, जिसे ओवेरियन एंडोमेट्रियोमा के नाम से भी जाना जाता है, की समस्याएं बढ़ी हैं। यह समस्या खासतौर पर उन महिलाओं को प्रभावित करती है जो हार्मोनल असंतुलन और अन्य संबंधित समस्याओं से जूझ रही हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि चॉकलेट सिस्ट क्या है, इसके कारण, लक्षण, और इसका इलाज कैसे किया जा सकता है।
चॉकलेट सिस्ट क्या है?
चॉकलेट सिस्ट, जिसे ओवेरियन एंडोमेट्रियोमा कहा जाता है, एक प्रकार का सिस्ट होता है जो अंडाशय पर बनता है। डॉ. प्रियंका सुहाग के अनुसार, यह सिस्ट एंडोमेट्रियोसिस से संबंधित होता है। इस सिस्ट को चॉकलेट सिस्ट इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें भूरा, गाढ़ा खून होता है जो चॉकलेट सिरप की तरह दिखता है। यह सिस्ट आकार में छोटे से लेकर 5 सेंटीमीटर तक बड़े हो सकते हैं और यह पीरियड्स के दौरान दर्द और अन्य समस्याओं को जन्म दे सकते हैं।
चॉकलेट सिस्ट के लक्षण
चॉकलेट सिस्ट के कई लक्षण होते हैं जो अक्सर पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं के समान होते हैं:
- दर्द होना: पीरियड्स के दौरान पेल्विक दर्द, संभोग, मल त्याग और पेशाब के दौरान दर्द होना।
- पीरियड्स में अनियमितताएं: पीरियड्स के दौरान अत्यधिक ब्लीडिंग, ब्लीडिंग में रुकावट, और अनियमित पीरियड्स।
- बांझपन:चॉकलेट सिस्ट प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे गर्भधारण में कठिनाई हो सकती है।
- अनचाहे बाल आना: चेहरे और शरीर के विभिन्न हिस्सों पर अनचाहे बाल उगना भी चॉकलेट सिस्ट का एक लक्षण हो सकता है।
चॉकलेट सिस्ट का कारण
चॉकलेट सिस्ट का मुख्य कारण एंडोमेट्रियोसिस है। डॉ. प्रियंका सुहाग के अनुसार, एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें गर्भाशय के अंदर के ऊतक गर्भाशय के बाहर बढ़ जाते हैं। जब पीरियड्स के दौरान खून सही ढंग से बाहर नहीं निकल पाता और ओवरी में जमा हो जाता है, तो इससे सिस्ट का निर्माण होता है। चॉकलेट सिस्ट के कारण पीरियड साइकिल और ओवुलेशन प्रभावित हो सकते हैं, और गंभीर मामलों में फर्टिलिटी पर भी असर पड़ सकता है।
चॉकलेट सिस्ट का पता कैसे लगाया जाता है?
चॉकलेट सिस्ट की पहचान के लिए निम्नलिखित मेडिकल टेस्ट्स का उपयोग किया जाता है:
- अल्ट्रासाउंड: पेल्विक अल्ट्रासाउंड के माध्यम से चॉकलेट सिस्ट का पता लगाया जा सकता है।
- एमआरआई या सीटी स्कैन: सिस्ट का साइज और संभावित समस्याओं को जानने के लिए सीटी स्कैन किया जाता है।
- लैप्रोस्कोपी: इस शल्य प्रक्रिया के दौरान डॉक्टर सिस्ट को देखकर उसका इलाज कर सकते हैं।
चॉकलेट सिस्ट का इलाज
चॉकलेट सिस्ट का इलाज मरीज की उम्र, सिस्ट के आकार, और उससे उत्पन्न समस्याओं के आधार पर किया जाता है:
- दवाएं: दर्द को नियंत्रित करने के लिए पेनकिलर्स और हार्मोनल दवाएं दी जा सकती हैं।
- सर्जरी: अगर सिस्ट बड़ा और दर्दनाक हो, तो लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। इसमें सिस्ट को हटाया जाता है और इलाज किया जाता है।
अगर आप पीरियड्स से संबंधित गंभीर दर्द, पेल्विक दर्द, या गर्भधारण में समस्याएं महसूस कर रही हैं, तो आपको चॉकलेट सिस्ट की संभावना को लेकर अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। सही समय पर निदान और इलाज से आप इस समस्या से राहत प्राप्त कर सकती हैं और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकती हैं।