Sawan Somwar 2024: कल है सावन का पहला सोमवार, जानें शुभ योग से लेकर उपाय तक सब कुछ
punjabkesari.in Sunday, Jul 21, 2024 - 05:24 PM (IST)
नारी डेस्क: कल यानि के 22 जुलाई को सावन महीने के पहले सोमवार का व्रत रखा जएगा। ये भगवान शिव के भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण महीना होता है। कहा जाता है कि इसी महीने माता पार्वती ने भगवान शिव को पति बनाने के लिए तपस्या की थी। सावन महीना भगवान शिव के भक्तों के लिए बेहद पुण्यकारी माना जाता है। इस महीने के व्रत और पूजन से वैवाहिक समस्याओं का समाधान होता है, समृद्धि और सुख-शांति मिलती है, और मनचाहे साथी की प्राप्ति में भी सहायक होता है।
श्रावण के सभी सोमवार विशेष रहते हैं, और इन दिनों के खास चीजों का पालन करना अत्यंत पुण्यकारी माना जाता है। चलिए सावन के पहले सोमवार के लिए शुभ मुहूर्त, पूजन विधि, मंत्र, भोग, और उपायों के बारे में जानते हैं।
व्रत पूजन विधि
1. स्नान करने के बाद साफ सुत्री वस्त्र पहनें।
2. भगवान शिव के साथ सभी परिवार के देवताओं की विधिवत पूजा करें।
3. अगर व्रत रखना है, तो हाथ में पवित्र जल, फूल और अक्षत लेकर व्रत रखने का संकल्प लें।
4. घर के मंदिर में दीपक जलाएं।
5. फिर शिव मंदिर या घर में भगवान शिव का अभिषेक करें और शिव परिवार की विधिवत पूजा-अर्चना करें।
6. अब सावन सोमवार व्रत की कथा सुनें।
7. फिर घी के दीपक से पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिव की आरती करें।
8. भोग लगाएं।
9. शिव चालीसा पढ़ें।
10. ॐ नमः शिवाय का मंत्र-जाप करें।
11. अंत में क्षमा प्रार्थना भी करें।
मंत्र
ॐ नमः शिवाय, श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
सावन सोमवार के शुभ मुहूर्त
1. पूजा का पहला मुहूर्त: सुबह 05:30 बजे से लेकर 07:15 बजे तक
2. पूजा का दूसरा मुहूर्त: दोपहर 12:00 बजे से लेकर 12:55 बजे तक
3. पूजा का तीसरा मुहूर्त: दोपहर 12:46 बजे से लेकर 02:14 बजे तक
4. शाम का पूजा का मुहूर्त: शाम 07:17 बजे से लेकर 07:37 बजे तक
पूजन सामग्री लिस्ट
1. घी
2. दही
3. सफेद या पीले फूल
4. फल
5. अक्षत
6. बेलपत्र
7. धतूरा
8. भांग
9. शहद
10. गंगाजल
11. सफेद चंदन
12. काला तिल
13. कच्चा दूध
14. हरी मूंग दाल
15. शमी का पत्ता
16. मिट्टी के शिवलिंग या शिव प्रतिमा
17. गन्ने का रस
18. शिव कथा की किताब
कल करें ये खास काम
श्रावण सोमवार के दिन, किसी गरीब को दूध, दही, चावल, चीनी व दक्षिणा दान करने से धन की प्राप्ति, सुख और भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा प्राप्त होती है। चाहे तो ब्राह्मणों और गरीबों को भोजन भी कराएं। 16 शृंगार का समान माता पार्वती को भी चढ़ाएं। अगर आप इन बतों का ध्यान रखते हैं तो ऐसे में कहा जाता है कि भगवान खुश हो कर मनचाहा फल अपने भक्तों को देते हैं।