प्रैग्नेंसी के इस महीने में न करें सफर

punjabkesari.in Saturday, Jan 07, 2017 - 06:29 PM (IST)

पेरेंटिंग: किसी भी औरत के लिए प्रैग्नेंसी का अहसास खास और सुख का पल होता है। इस दौरान प्रैग्नेंट महिला को खास ध्यान और कई सावधानियां बरतनें की सलाह दी जाती है। डॉक्टर ऐसे स्थिति में ज्यादा ट्रैवल करने के भी रोकते है, इसलिए प्रैग्नेंट महिला ट्रैवल को लेकर अक्सर दुविधा में रहती है लेकिन अगर इसमें भी कुछ सावधानियां बरत ली जाएं तो प्रैग्नेंट महिला आसानी से यात्रा का मजा लें सकती है। 

अगर प्रेगनेंसी मे कॉंप्लिकेशन्स हैं तो सफर में अपना खास ख्याल रखना होगा। अपने डॉक्टर की इजाजत जरूर ले लें। इसी के साथ कुछ बातों को ध्यान मे रखकर आप अपना सफर आराम दायक जरूर बना सकती हैं।


- जिन महिलाओं की प्रैग्नेंसी हाई रिस्क पर है या फिर डाॅक्टर ने, जिन्हें पूरी तरह बैड रेस्ट के लिए कहा हो, उनके लिए हानिकारक हो सकती है। ऐसे में ट्रैवल करने वाली गर्भवती महिला को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। 

- ट्रैवलिंग करने के लिए प्रैग्नेंसी के 3 से 6 महीने के बीच का समय सुरक्षित होता है। इन महीनों के दौरान आप आसानी से ट्रैवल कर सकती हैं क्योंकि इन महीनों में मॉर्निंग सिकनेस, अधिक थकान, सुस्ती जैसी शिकायतें कम ही होती हैं।

- प्रैग्नेंसी के शुरुआती और आखिरी के 3 महीने काफी महत्व रखते है। इस दौरान सफर करने से परहेज करना चाहिए क्योंकि ऐसी स्थिति में मिसकैरेज होने का खतरा बना रहता है। 

- अगर आप जहाज में सफर करने जा रही है तो नमी का स्तर कम होने की वजह से डीहाइड्रेशन की संभावना होती है। ऐसे में पानी का खूब सेवन करें। 

- सेफ ट्रैवल के साथ ही जरूरी है कि आप इस बात का भी ध्यान रखें कि आपको ऐसी जगहों पर जाने से बचना है, जहां किसी संक्रमित बीमारी का प्रकोप फैला हो।

- वैसे तो प्रैग्नेंसी के दौरान हवाई यात्रा सुरक्षित नहीं होती लेकिन अगर किसी कारण  से आपको हवाई यात्रा करनी पड़े तो आपको गर्भावस्था के 14 से 28 सप्ताहों के बीच में ही यात्रा करनी चाहिए। साथ ही अपने डॉक्टर की सलाह लेना न भूलें। 

– गाड़ी में यात्रा के दौरान खिड़की खोल कर रखें और सीट बेल्ट को पेट के नीचे बांधे। साथ पानी का अपने साथ पूरा प्रबंध करके रखें। कार में बहुत ज्यादा सिकुड़ कर न बैठे बल्कि पैर फैलाते हुए और अपने बैठने का पोस्चर बदलते रहें।


 

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