गुरु की नगरी अमृतसर में 5 मिनट में हुए 3 धमाके, आधी रात को फिर किया गया Blackout
punjabkesari.in Thursday, May 08, 2025 - 08:24 AM (IST)

नारी डेस्क: पंजाब के अमृतसर में देर रात उस समय दहशत का माहौल पैदा हो गया जब अचानक धमकों की आवाज आई। इसके तुरंत बाद पूरे शहर में फिस से ब्लैकआउट कर दिया गया। अमृतसर जिला जनसंपर्क अधिकारी (डीपीआरओ) ने कहा कि- "अत्यधिक सावधानी बरतते हुए, अमृतसर जिला प्रशासन ने फिर से ब्लैकआउट प्रक्रिया शुरू की गई। लोगों ने न घबराने की अपील की जा रही है। ब्लैकआउट का ऐलान होते ही पूरे शहर में अंधेरा फैल गया।
जिला प्रशासन ने रात 10:30 बजे से 11:00 बजे तक ब्लैकआउट की रिहर्सल की। इसके तुरंत बाद रात 1:15 से 1:20 के बीच अमृतसर में तीन-चार धमाकों की आवाज सुनाई दी। हालांकि, अभी तक किसी ने आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की है। माना जा रहा है कि ये आवाजें फाइटर जेट की सुपरसोनिक स्पीड की वजह से हो सकती हैं। सुपरसोनिक जेट उड़ते हैं तो धमाके जैसी आवाज आती है। हालांकि धमाकों की आवाज सुनकर लोग डर गए। ऐसे में लोगों को शांत रहने और अफवाहों पर ध्यान न देने की सलाह दी गई है। प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और स्थिति पर नजर रख रहा है।
अमृतसर में ब्लैकआउट गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा भविष्य के खतरों के मामले में आपातकालीन तैयारियों की जांच करने के लिए आदेशित राष्ट्रव्यापी नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल का हिस्सा था। इस अभ्यास में देश भर के प्रमुख स्थानों पर अनुसूचित ब्लैकआउट शामिल थे। राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और बिहार सहित कई राज्यों में भी इसी तरह के ब्लैकआउट देखे गए। बाड़मेर, ग्वालियर, सूरत, शिमला और पटना जैसे शहरों ने प्रमुख इमारतों और सार्वजनिक स्थानों पर लाइटें बंद करके भाग लिया।
भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर 24 सटीक मिसाइल हमले किए, जिनमें मुरीदके और बहावलपुर शामिल हैं - जो क्रमशः आतंकी समूहों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के गढ़ हैं। सूत्रों ने कहा कि हमलों में 70 से अधिक आतंकवादी मारे गए और 60 से अधिक घायल हो गए, क्योंकि भारत ने इन संगठनों की परिचालन क्षमता को काफी कम कर दिया। ये हमले, जो रात करीब 1 बजे किए गए, 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किए गए, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी - 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक।