बच्चा खोना किसी भी मां के लिए नहीं होता आसान, ये एक्ट्रेस भी झेल चुकी है मिसकैरेज का दर्द
punjabkesari.in Saturday, Dec 07, 2024 - 06:06 PM (IST)
नारी डेस्क: रानी मुखर्जी ने कुछ समय पहले अपने मिसकैरेज के दर्द और उससे जुड़ी भावनाओं को लेकर खुलासा किया था । उन्होंने बताया था कि इस अनुभव ने उन्हें भावनात्मक रूप से कितना प्रभावित किया और कैसे उन्होंने इस कठिन दौर को पार किया। मिसकैरेज जैसी घटनाएं किसी भी महिला के लिए गहरी मानसिक और शारीरिक चोट बन सकती हैं। यह समझना जरूरी है कि यह स्थिति न केवल महिला के लिए, बल्कि पूरे परिवार के लिए चुनौतीपूर्ण होती है। चलिए जानते हैं इस मुश्किल वक्त में कैसे संभालना है खुद को या किसी अपने को।
मिसकैरेज से जुड़ी चुनौतियां
एक बच्चे की उम्मीद और फिर उसे खो देने का दर्द किसी भी महिला के लिए असहनीय हो सकता है। हार्मोनल असंतुलन और शारीरिक समस्याएं इस दर्द को और बढ़ा सकती हैं। अक्सर महिलाओं को समाज की अपेक्षाओं और सहानुभूति की कमी का सामना करना पड़ता है।
मिसकैरेज से निपटने के टिप्स
- अपने दर्द को दबाने की बजाय उसे महसूस करें और परिवार के साथ साझा करें।
- थेरेपिस्ट या काउंसलर से बात करना इस दौरान मददगार हो सकता है।
- ठीक होने में समय लगता है। खुद को आराम और प्यार दें।
- शरीर को ठीक करने के लिए पौष्टिक खाना और व्यायाम करें।
- ऐसे समूहों से जुड़ें जहां महिलाएं अपने अनुभव साझा करती हैं।
रानी मुखर्जी का संदेश
रणी मुखर्जी का यह अनुभव महिलाओं को यह संदेश देता है कि इस दर्दनाक स्थिति में वे अकेली नहीं हैं। अपने दर्द को समझें, उसे साझा करें, और खुद को समय दें। जीवन में कठिनाइयों के बावजूद आगे बढ़ना ही सबसे बड़ी जीत है।