"बेटी की शादी देखना चाहता था, पर नसीब हुआ उसका शव..." दिल चीर देंगे जवान बेटी को खोने वाले पिता के ये अल्फाज

punjabkesari.in Thursday, Jun 05, 2025 - 04:34 PM (IST)

नारी डेस्क:  कर्नाटक सरकार ने 4 जून को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की जीत के जश्न के दौरान बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास मची भगदड़ में मारे गए 11 लोगों का विवरण जारी किया। मृतकों में एक व्यक्ति तमिलनाडु के कोयंबटूर के पास उदुमलापेट का रहने वाला था और बाकी बेंगलुरु और राज्य के अन्य जिलों के हैं। मरने वालों में 19 साल का भूमिक भी था जिसके पिता बार- बार बेटे का पोस्टमार्टम न करने की अपील कर रहे हैं। 
 

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मृतक भूमिक (19) के पिता लक्ष्मण ने कहा कि उन्हें सूचना दी गई थी कि उनके बेटे की हालत गंभीर है और उन्हें अस्पताल आने को कहा गया। उन्होंने कहा- “मेरे बेटे ने कभी क्रिकेट मैच नहीं देखा था, वह अपने दोस्तों के साथ गया था। मुझे बताया गया कि जब भगदड़ हुई तो कोई एंबुलेंस नहीं थी और मेरे बेटे को पुलिस की गाड़ी से अस्पताल ले जाया गया।” उन्होंने आगे अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि वह सरकार को हर महीने 5 लाख रुपये तक का टैक्स देते हैं, और सरकार मेरे बेटे को एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं करा पाई।
 

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 भूमिक के पिता बार-बार अधिकारियों से यही गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें उनके बेटे का शरीर दे दें, वह नहीं चाहते कि उनके बेटे का पोस्टमार्टम किए जाए। भावनाओं से टूटा यह पिता बस यही चाहता है कि वह अपने बेटे को चैन से दफना सकें।  मृतक सहाना (23) के पिता सुरेश बाबू ने कहा कि उनकी बेटी ने उन्हें बताया था कि वह दोपहर में आरसीबी की जीत के जश्न में शामिल होने जा रही है। “वह सुबह ऑफिस गई थी, और बाद में वह चिन्नास्वामी स्टेडियम गई। उन्होंने कहा- “मैं अपनी बेटी की शादी देखना चाहता था, लेकिन अब मैं उसके शव पर माला चढ़ा रहा हूं। उसने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और दो साल तक बेंगलुरु में बॉश कंपनी में काम किया। उसने हमें कभी दर्द नहीं दिया। मैंने उसे सावधान रहने के लिए कहा था। सिस्टम विफल हो गया है,” । 
 


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vasudha

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