सर्दियों में आने वाली इन सब्जियों से हो सकता है कैंसर का खतरा, इस देश ने जारी की चेतावनी

punjabkesari.in Friday, Dec 05, 2025 - 12:30 PM (IST)

नारी डेस्क : सर्दियों में अपनी सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी है, और अच्छे खान-पान पर ध्यान देना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। सर्दियों में कई विशेष फल और सब्ज़ियां बाज़ार में आती हैं, जो शरीर को गर्म रखने और इम्यून सिस्टम मजबूत करने में मदद करती हैं। लेकिन हाल ही में ब्रिटेन में किए गए एक शोध में पाया गया कि इन बाजार में बिकने वाले कई फलों और सब्ज़ियों में कीटनाशक और केमिकल्स मौजूद हैं, जिनका संबंध कैंसर और हार्मोन सिस्टम पर नकारात्मक असर से जोड़ा गया है। इस रिपोर्ट ने लोगों में सेहत को लेकर नई चिंता पैदा कर दी है।

कितने सैंपल जांचे गए और क्या मिला?

ब्रिटिश सरकार ने पिछले साल 3,482 खाने-पीने की चीज़ों के सैंपल जांचे, जिनका विश्लेषण Pesticide Action Network UK (PAN UK) ने किया। परिणामों में पता चला कि 17 तरह के फल और सब्ज़ियों में कुल 123 अलग-अलग रसायन मौजूद थे। इनमें से 42 कीटनाशक कैंसर से जुड़े पाए गए, जबकि 21 रसायन शरीर के हार्मोन सिस्टम को प्रभावित कर सकते हैं। खासतौर पर सुल्ताना अंगूर, ग्रेपफ्रूट और लिमो में कई कीटनाशक पाए गए।

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अंगूर और ग्रेपफ्रूट में भारी कीटनाशक

टर्की से आयात किए गए सुल्ताना अंगूर के एक सैंपल में 16 अलग-अलग कीटनाशक पाए गए, जिनमें PFA (फॉरएवर केमिकल्स) भी शामिल थे। कुल 108 अंगूर सैंपल की जांच में देखा गया कि 90 प्रतिशत सैंपल्स में एक से अधिक कीटनाशक मौजूद थे। ग्रेपफ्रूट में भी यही पैटर्न देखा गया; 121 सैंपल्स में से 99 प्रतिशत में मल्टीपल कीटनाशक पाए गए। एक किलो ग्रेपफ्रूट के सैंपल में 10 तरह के रसायन तक मौजूद थे।

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अन्य फलों और सब्ज़ियों में भी मिले रसायन

अन्य फलों और सब्ज़ियों में भी कई प्रकार के कीटनाशक पाए गए। लाइम के 24 सैंपल्स में से 79% में कई कीटनाशक मौजूद थे। इसके अलावा, केला, शिमला मिर्च, खरबूजा और मिर्च में भी उच्च स्तर के रसायन पाए गए। एक मिर्च के सैंपल में 11 कीटनाशक और एक ब्रोकोली के सैंपल में 8 रसायन मिले। सरकारी पर्यावरण समिति के अनुसार, 2024 में किए गए टेस्ट में 46.67% सैंपल्स में कीटनाशक के अवशेष पाए गए। ज्यादातर सैंपल कानूनी सीमा के भीतर थे, लेकिन 2.07% सैंपल्स सीमा से ऊपर पाए गए। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं कि ये तुरंत खतरनाक हैं।

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MRL और कॉकटेल इफेक्ट (Maximum Residue Limit and Cocktail Effect)

PAN UK का कहना है कि MRL (Maximum Residue Limit) केवल एक रसायन के आधार पर तय किया जाता है, जबकि असलियत यह है कि हमारे खाने में अक्सर कई रसायन एक साथ मौजूद रहते हैं। PAN UK ने चेतावनी दी कि हम नहीं जानते कि इतने सारे कीटनाशक मिलकर शरीर पर क्या असर डालते हैं। कई बार इनका प्रभाव और भी अधिक जहरीला हो सकता है, जिसे वे 'कॉकटेल इफेक्ट' कहते हैं। जांच में पाया गया कि 29 प्रतिशत कीटनाशक ऐसे थे, जिन्हें ब्रिटेन में इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं है। ये रसायन बाहर से आने वाले फलों और सब्ज़ियों के जरिए ब्रिटेन की मार्केट में पहुंच जाते हैं।

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हाल ही में ब्रिटेन में किए गए शोध ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बाजार में उपलब्ध कई फल और सब्ज़ियों में कीटनाशक और रसायन मौजूद हैं, जिनका संबंध कैंसर और हार्मोन सिस्टम पर नकारात्मक प्रभाव से है। विशेष रूप से अंगूर, ग्रेपफ्रूट, लिमो, मिर्च और ब्रोकोली जैसे सर्दियों के फल और सब्ज़ियां अधिक प्रभावित पाई गईं। विशेषज्ञों का कहना है कि एक साथ कई रसायनों के सेवन से ‘कॉकटेल इफेक्ट’ हो सकता है, जिससे स्वास्थ्य पर अप्रत्याशित और गंभीर असर पड़ सकता है। इसलिए, सर्दियों में अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना, सुरक्षित स्रोत से फल और सब्ज़ियां लेना, और संतुलित, रसायन-मुक्त आहार अपनाना बेहद जरूरी है।


 


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Monika

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