नसों को साफ करेंगे ये फूड्स, High BP से बचना है तो करें डाइट में शामिल
punjabkesari.in Tuesday, Feb 13, 2024 - 02:40 PM (IST)
शरीर के अच्छी तरह से काम करने के लिए और अच्छे स्वास्थ्य के लिए नसों का मजबूत होना जरुरी है। यदि नसें कमजोर हो तो ब्लड सर्कुलेशन धीरे-धीरे होने लगता है जिसके कारण कई तरह की गंभीर बीमारियां हो सकती है। ब्लड सर्कुलेशन धीमा होने के कई कारण है जिनमें से सबसे बड़ा कारण खान-पान है। ब्लड फ्लो खराब होने से कई गंभीर लक्षण भी पैदा हो सकते हैं। जिसके कारण दर्द, मांसपेशियों में ऐंठन, पाचन संबंधी समस्याएं और हाथों-पैरों में ठंड महसूस होना जैसे लक्षण दिख सकते हैं। नसों में ब्लड फ्लो बढ़ाने के लिए आप अपनी डाइट में कुछ फूड्स शामिल कर सकते हैं। इन फूड्स का नियमित सेवन करने से नसें स्वस्थ और मजबूत बनेगी और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने में भी मदद मिलेगी। आइए जानते हैं।
अनार
इसमें पॉलीफेनोल एंटीऑक्सिडेंट्स और नाइट्रेट्स मौजूद होते हैं। अनार का सेवन करने या फिर इसका रस पीने से रक्त प्रवाह और मांसपेशियों के टिश्यू के ऑक्सीकरण में सुधार होता है। एक शोध की मानें तो एक्सरसाइज करने से 30 मिनट पहले 1,000 मिलीग्राम अनार का रस पीने से ब्लड फ्लो अच्छे से होता है।
लहसुन
यह रक्त संचार सुधारने और दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है। कई अध्ययनों में यह बात साबित हुई है कि लहसुन में सल्फर नाम का पोषक तत्व होता है। मुख्यतौर पर एलिसिन जो ब्लड फ्लो बढ़ाता है और ब्लड प्रेशर कम करके रक्त वाहिकाओं को आराम देने में मदद करता है।
लाल मिर्च
एनसीबीआई में मौजूद एक रिसर्च के मुताबिक, लाल मिर्च का तीखा स्वाद कैप्साइसिन नाम के फाइटोकेमिकल के कारण होता है। यह तत्व ब्लड प्रेशर कम करके टिश्यू में ब्लड फ्लो बढ़ाता है। लाल मिर्च में कुछ ऐसे तत्व भी मौजूद होते हैं जो रक्त वाहिकाओं की दीवारों में मौजूद छोटी मांसपेशियों को राहत देकर नसों और धमनियों के जरिए ब्लड को आसानी से बहने देते हैं।
दालचीनी
इसका सेवन करने से भी ब्लड फ्लो अच्छे सो होता है। साल 2014 के शोध की मानें तो दालचीनी में कोरोनरी धमनी में ब्लड फ्लो को सुधारने की क्षमता पाई जाती है। इसका नियमित सेवन करने से वजन कम और ब्लड फ्लो में सुधार करने में मदद मिलती है।
चुकंदर
इसमें नाइट्रेट काफी मात्रा में मौजूद होता है। नाइट्रेट को शरीर नाइट्रिक ऑक्साइड में बदल सकता है। नाइट्रिक ऑक्साइड रक्त वाहिकाओं को आराम देता है और मांसपेशियों में मौजूद टिश्यू में ब्लड फ्लो बढ़ाता है। ऐसे में चुकंदर का रस पीने से ब्लड फ्लो सुधरता और नाइट्रिक ऑक्साइड का स्तर बढ़ता है।
प्याज
प्याज फ्लेवोनोइड एंटीऑक्सिडेंट का बहुत अच्छा स्त्रोत माना जाता है। इसका सेवन करने से हार्ट हेल्दी रहता है। इसके अलावा प्याज खाने से ब्लड फ्लो भी सुधरता है। एक अध्ययन के मुताबिक, रोज 4.3 ग्राम प्याज का रस पीने से ब्लड फ्लो सुधरता है और भोजन के बाद इसका सेवन करने से धमनियों में फैलाव होता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो नसों और धमनियों से सूजन को कम करके ब्लड फ्लो को बढ़ावा देते हैं।