महिलाओं के लिए है वरदान हैं ये 4 योगासन, हर प्रॉब्लम को झट से करेंगे दूर
punjabkesari.in Tuesday, Jun 18, 2024 - 07:17 PM (IST)
किशोरावस्था से लेकर वृद्धावस्था तक महिला और पुरुष नियमित योगासन हर इंसान और हर उम्र में मददगार है। योग विवेक और शांति तो प्रदान करता ही है साथ ही यह कई तरह के रोगों से भी छुटकारा दिलाता है। बात अगर सिर्फ महिलाओं की कि जाए तो उनके अंदर हो रही सभी तरह की शारीरिक, मानसिक, हॉर्मोनल और मूड बदलाव में योग सबसे भरोसेमंद सहयोगी बनकर सामने आया है। आज ऐसे कुछ चुनिंदा आसन के बारे में बताने जा रहे हैं जो किसी वरदान से कम नहीं हैं।
बालासन
इससे पूरे शरीर पर खिंचाव होता है। दिमाग शांत होने के साथ पाचन संबंधी समस्याओं से आराम मिलता है। यह पीरियड पेन व इससे जुड़ी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। इसके साथ ही हाई ब्लड प्रेशर, अनिद्रा और बांझपन की इलाज करने में भी यह फायदेमंद माना गया है। इसके अलावा बालासन करने से पेट, जांघों व कमर के आसपास जमा एक्सट्रा चर्बी को कम करने में मदद मिलती है
इस करने का तरीका
. सबसे पहले जमीन पर एड़ी के बल बैठ जाएं।
. अब अपने कुल्हों का सारा भार एड़ियों पर डालें।
. धीरे-धीरे आगे की ओर झुकते हुए माथे को जमीन पर लगाएं।
. दोनों हाथों को एकदम सीधे करते हुए जमीन पर लगा दें। नहीं तो दोनों हाथों से एड़ियों को पकड़ें।
. अपनी छाती से जांघों पर धीरे-धीरे दबाव डालें।
. कुछ मिनट इस मुद्रा में रहकर गहरी सांस लें।
. बाद में सामान्य अवस्था में आ जाएं।
. इस प्रक्रिया को 4-5 बार दोहराएं।
वज्रासन
इस आसन को करने से पेल्विक क्षेत्र मजबूत होता है। अपच और पेट संबंधी अन्य समस्याएं दूर होने में मदद मिलती है। यह अनियमित पीरियड्स, इसमें होने वाले पेन और मूत्र संबंधी विकारों को भी दूर करने में फायदेमंद माना जाता है। इसके अलावा वज्रासन करने से कमर, पैरों व शरीर के अन्य हिस्सों में दर्द की समस्या से आराम मिलेगा।
इसे करने का तरीका
. सबसे दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ते हुए कूल्हों के नीचे रखें।
. एड़ियों को एक-दूसरे पैरों से अलग रखें।
. अब दोनों हाथों पर घुटनों पर रखें।
. अपनी रीढ़ की हड्डी को एकदम सीधा रखें।
. अब आंखों को बंद करके या सामने देखते हुए एकदम शांत मुद्रा में 5 से 10 मिनट तक बैठ जाएं।
. फिर सामान्य स्थिति में आ जाएं।
. दोबारा 2-3 बार इस आसन को दोहराएं।
धनुरासन
इससे बैक स्ट्रेचिंग होती है। रोजाना इस आसन को करने से पीरियड्स संबंधी परेशानियां दूर होने में मदद मिलेगी। शरीर में जमा एक्सट्रा चर्बी कम होकर बॉडी में लचीनापन आएगा। ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रखने में भी धनुरासन फायदेमंद माना जाता है।
इसे करने का तरीका
. इस आसन को करने के लिए जमीन पर मैट बिछाकर पेट के बल लेट जाएं।
. अब अपने हाथों व पैरों को ऊपर की ओर उठाएं।
. पैरों को उठाकर घुटनों को मोड़ें और हाथों को पीछे की ले जाते हुए दोनों एड़ियों को पकड़ें।
. इस तरह शरीर धनुष की मुद्रा में नजर आएगा।
. कुछ सेकेंड्स तक इसी अवस्था में रहिए।
. बाद में सामान्य अवस्था में आए।
. इस आसन को 2-3 बार दोहराएं।
जानु-शीर्षासन
महिलाओं के पेट पर जमने वाली चर्बी को कम करने के लिए यह आसन काफी लाभदायक है। साथ ही नियमित इसका अभ्यास करने से यूरिन और ब्लैडर जैसी संबंधित समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है।इसका अभ्यास रीढ़ की हड्डी, हैमस्ट्रिंग, कूल्हों और घुटनों के लचीलेपन को बढ़ाता है।
इसे करने का तरीका
. योग मैट पर पीठ को सीधा करके सुखासन में बैठ जाएं
. बाएं पैर को कूल्हे को जोड़ से बाहर की ओर फैलाएं, दाहिने घुटने को भीतर की ओर मोड़ें।
. दाएं पैर के तलवे को बाईं जांघ के अंदरूनी हिस्से के उपर रखें।
. दाहिने पैर और घुटने को फर्श पर आराम से दबाएं।
. दोनों हाथों को कूल्हे के पास रख कर सपोर्ट दें।
. सांस भीतर लें, पेट और धड़ को सिर की तरफ बढ़ाएं, सांस छोड़ते हुए दोनों हाथों से पैर की एंड़ी को पकड़ लें।
. गहरी और धीमी सांसें लेते और छोड़ते रहें।
. सांस खींचते हुए हाथों से पैरों को छोड़ दें। धड़ को उपर उठाएं और दाहिने पैर को सीधा करें।
. कुछ सेकेंड तक आराम करें, अब यही आसन दाएं पैर के साथ करें।